बिहार में कचरा प्रबंधन के लेके लागू होई नया व्यवस्था, शहरन में कचरा के पृथक्करण आ पुनर्चक्रण के लेके लागी नया प्लांट…
पटना में कचरा प्रबंधन के संबंध में एगो नया सिस्टम अगिला महीना यानी सितंबर से लागू हो सकता। शहरन के भौगोलिक इस्थिति आ जनसंख्या के ध्यान में राखत निकायवार कचरा प्रबंधन योजना के लागू कइल जाई। एकरा तहत बड़ शहरन में कचरा अलगाव आ रिसाइकिलिंग खातिर नया संयंत्र बनावल जाई। एकरा संगे-संगे छोट शहर के समूह बना के कचरा प्रबंधन के समाधानो होई।
क्लस्टर में शामिल नगर निगम में से एगो निकाय के नोडल निकाय बनावल जाई आ ओकरा के संबंधित निकाय में कचरा प्रबंधन योजना चलावे के जिम्मेवारी दिहल जाई। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पs राष्ट्रीय कार्यशाला के बाद विभाग के अवलोकन दल से कुछ सिफारिश मिलल बा। एह सब के आधार पs नागरिक निकाय में कचरा प्रबंधन योजना के लागू करे के रोडमैप बनावे के प्रयास कईल जाई आ सितंबर से लागू कइल जाई।
रिफ्यूज डिराइव्ड फ्यूल प्लांट आ कंपोस्ट प्लांट के लेके तैयार हो रहल बा योजना
जानकारी के मुताबिक पटना के बैरिया में बायो-मिथेनेशन प्लांट लगावल जा सकता, जवना से पैदा होखेवाला बायोगैस से बिजली पैदा कइल जा सकऽता। एकरा संगे-संगे पटना समेत कुछ बड़ शहर में मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी प्लांट लगा के रोज कई टन कचरा के प्रोसेसिंग कइल जा सकता।
कचरा से बनल ईंधन संयंत्र आ अलग-अलग क्षमता के खाद संयंत्र खातिरो कई गो निकाय में योजना बनावल जा रहल बा। कचरा प्रबंधन के चार गो महत्वपूर्ण चरण में कचरा के संग्रहण, एकर वर्गीकरण, एकर प्रसंस्करण आ एकर निपटान शामिल बा।
बिहार में 11 फीसदी कचड़ा के हो पावेला प्रोसेसिंग
सरकारी आंकड़ा के मुताबिक बिहार में रोज 6500 से 6800 मीट्रिक टन कचरा पैदा होखेला। बाकिर, एह में से मात्र 11 प्रतिशत के प्रोसेसिंग हो जाला। बाकी कचरा लैंडफिल में जाला, जेकरा चलते अधिकतर शहरन में कचरा के बिसाल पहाड़ देखे के मिले ला। एकरा के ध्यान में राखत शहरन में पैदा होखे वाला कचरा के मात्रा के हिसाब से एकरा प्रबंधन खातिर तकनीक के चयन कइल जाई।
विभागीय अधिकारी के मुताबिक राज्य में कुल 24 क्लस्टर बनल बा। पटना क्लस्टर में पटना महानगर के 12 गो नगर निकाय बिहटा, दानापुर, खगौल, फुलवारीशरीफ, फतुहा, मनेर, मसोढ़ी, नौबतपुर, पुनपुन, संपचक आ बख्तियारपुर शामिल बा।