यूपी के एह जिला में दुनिया के एगो अनोखा मंदिर बन रहल बा, 64 गो योगिनी माई लोग ओहिजा निवास करीहें, एकर विशेषता जानीं
सहारनपुर में बने वाला मंदिर, श्री 9 नाथ, 84 सिद्ध, चौसठ योगिनी, 10 महाविद्या, 9 दुर्गा, अष्ट भैरव, 12 ज्योतिर्लिंग के एक संगे ए मंदिर में स्थापित कइल जाई। मंदिर के आकार पुरनका संसद नियन लिहल गइल बा।
तीन राज्य से घिरल सहारनपुर जिला के आपन पहचान बा जवना में विभिन्न धार्मिक स्थल बा, सहारनपुर में जहाँ एक ओर माँ शाकम्भरी देवी सिद्धपीठ बा आ दूसरा ओर माँ बाला सुंदरी मंदिर बा। बाकी अब सहारनपुर के एगो मंदिर के उपहार मिले वाला बा जवन विश्व प्रसिद्ध हो जाई, जल्दिये सहारनपुर जिला के एगो छोट गाँव बिटिया एनएच 344 पर एह मंदिर के निर्माण के काम शुरू होखे वाला बा।
मंदिर बनावे खातिर बाबा हीरानाथ चारो ओर आग के धुँआ के जरा के 41 दिन तक कड़ा तपस्या कइले । एकरा के मुगल आक्रमणकारी औरंगजेब द्वारा नष्ट कर दिहल गइल। भारत भर में 4 गो चौसठ योगिनी मंदिर बाड़ें जिनहन में से दू गो मंदिर ओडिशा में आ दू गो मंदिर मध्य प्रदेश में बा। सब मंदिर खंडहर हो चुकल बा आ एएसआई द्वारा पर्यटन स्थल घोषित कइल गइल बा। सैकड़ों साल बाद सहारनपुर जिला में चौसठ योगिनी मंदिर के निर्माण होखे जा रहल बा, जवना के पूरा दुनिया में आपन पहचान होई।
चौसठ योगिनी मंदिर के विशेषता
सहारनपुर में बने वाला मंदिर, श्री 9 नाथ, 84 सिद्ध, चौसठ योगिनी, 10 महाविद्या, 9 दुर्गा, अष्ट भैरव, 12 ज्योतिर्लिंग के एक संगे ए मंदिर में स्थापित कइल जाई। मंदिर के आकार पुरनका संसद नियन लिहल गइल बा। मंदिर बनावे में 5 से 8 साल लागी। ई मंदिर भारत में ही ना दुनिया के एकमात्र मंदिर होई, जवना में चौंसठ गो योगिनी माता के निवास होई। मंदिर बनावे में 8 से 10 करोड़ रुपया खर्च होई। मकराना संगमरमर से मंदिर के निर्माण होई। एह मंदिर में पूजा करे खातिर देश-विदेश के भक्त लोग एहिजा आ जइहें ।
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