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आगरा के एनसीसी कैडेट कोमल यादव के गजब के काम, दार्जिलिंग में फहरवली झंडा

03:41 PM Jul 17, 2024 IST | Raj Nandani
आगरा के एनसीसी कैडेट कोमल यादव के गजब के काम  दार्जिलिंग में  फहरवली झंडा
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कोमल यादव आगरा दयालबाग निवासी हई। आगरा कॉलेज से बी.एससी गणित के पढ़ाई कर रहल बानी। एकरा संगे-संगे ऊ एनसीसी एयर विंग सेकेंड ईयर (वन यूपी बटालियन) के कैडेट बाड़ी। पिछला महीना दार्जिलिंग में आयोजित बेसिक माउंटेनिंग कैंप खातिर उनकर चयन भइल रहे। 28 दिन तक दार्जिलिंग में रहला के बाद ऊ माउंटेन क्लाइम्बिंग, रैपलिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, ट्रेकिंग, टेंट पिचिंग सीखली।

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जिला के दयालबाग निवासी एनसीसी के कैडेट कोमल यादव दार्जिलिंग में आयोजित बेसिक माउंटेनिंग कोर्स पूरा कs के आगरा लवटल बाड़े। 28 दिन के एह शिविर खातिर पूरा उत्तर प्रदेश से महज तीन लोग के चुनल गइल। एहमें आगरा से कोमल यादव एकमात्र बेबाक रहली । एह शिविर में उम्मीदवारन के माउंटेन क्लाइम्बिंग, रैपलिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, ट्रेकिंग, टेंट पिचिंग जइसन गतिविधि सिखावल जाला। ताकि, अगर भविष्य में कैडेट सेना के हिस्सा बन जईहे तs प्रशिक्षण के दौरान उनका आसान लागे।

कोमल यादव आगरा दयालबाग निवासी हs। आगरा कॉलेज से बी.एससी गणित के पढ़ाई कर रहल बानी। एकरा संगे-संगे ऊ एनसीसी एयर विंग सेकेंड ईयर (वन यूपी बटालियन) के कैडेट बाड़ी। पिछला महीना दार्जिलिंग में आयोजित बेसिक माउंटेनिंग कैंप खातिर उनकर चयन भइल रहे। 28 दिन तक दार्जिलिंग में रहला के बाद ऊ माउंटेन क्लाइम्बिंग, रैपलिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, ट्रेकिंग, टेंट पिचिंग सीखली। एह शिविर में भाग लेला के बाद कोमल के प्रमाणपत्र आ पदक भी मिलल। आगरा लवटला पर एनसीसी कार्यालय में उनकर हार्दिक स्वागत कइल गइल। एह दौरान एनसीसी के कैडेट के अलावा एएनओ अमित अग्रवाल, सीटीओ नीतेश शर्मा मौजूद रहे।

चयन बहुते कठिन होला

एएनओ अमित अग्रवाल बतवले कि दुनो 28 लोग के ई शिविर बहुत मुश्किल बा। एह दौरान रउरा शारीरिक आ मानसिक दुनु तरह से मजबूत होखे के पड़ी। एह शिविर में जाए खातिर चयन प्रक्रिया बहुते कठिन बा । यूपी से मात्र तीन कैडेट के चयन भइल। ई बेसिक कैंप हs एकरा बाद 30 दिन के अग्रिम शिविर होला। कोमल एह शिविर खातिर बहुते मेहनत कइले बाड़न। जबकि एनसीसी के कैडेट कोमल बतवले कि शुरू में पहाड़ में चढ़ाई आ ट्रेकिंग बहुत मुश्किल रहे। जइसे-जइसे ट्रेनिंग मिलत गइल ओइसे-ओइसे ई आसान होत गइल। एह शिविर के बाद उनकर आत्मविश्वास बढ़ल। कोमल भविष्य में भारतीय सेना के हिस्सा बनल चाहतारे। एही से ऊ ए शिविर में शामिल भइले।

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