UP News: गोरखपुर से अयोध्या-दिल्ली के राह आसान करी अमृत भारत आ वंदे भारत, पीएम दिखा सकत बाड़ें हरियर झंडी
गोरक्षनगरी से राम के नगरी अयोध्या आ दिल्ली के राह अब आउर आसान हो जाई। गोरखपुर से वंदे भारत ट्रेन चलवला के बाद अब रेलवे दरभंगा से नई दिल्ली खातिर गोरखपुर-अयोध्या होके पहिला अमृत भारत ट्रेन चलावे जा रहल बा। ओहिजा, अयोध्या से आनंद विहार खातिर वंदे भारत ट्रेन चलावल जाई। एह दुनो ट्रेनन के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या से 30 दिसंबर के हरियर झंडी दिखा सकत बा लो। ट्रेनन के चलावे खातिर रेल प्रशासन तइयारी सुरू कs देले बा।
अमृत भारत ट्रेन के गोरखपुर पहुंचला पs भव्य स्वागत कइल जाई। एकर तइयारी रेल प्रशासन कइले बा। हालांकि, ट्रेन के चलावे खातिर अभी शेड्यूल जारी नइखे भइल, बाकिर रेल प्रशासन के तइयारी एह ट्रेन के प्लेटफॉर्म एक से चलावे के बा। प्लेटफॉर्म एक पर कैब-वे पs एगो छोट मंच लगाके कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियन के आमंत्रित करे के योजना बा।
पुश-पुल तकनीक वाला एह ट्रेन के खासियत ई बा कि एमे दुनो तरफ इंजन लागल होई। आगे वाला इंजन ट्रेन के खींची, पीछे वाला धक्का दी। दुनो इंजनन के संचालित होखला से ट्रेन के गति बढ़ जाई। एसे ट्रेन के चलला आ रुके के दौरान स्पीड पकड़े में समय जाया ना होई।
ओहिजा, अयोध्या से आनंद विहार तक नया वंदे भारत ट्रेन चलावे के तइयारी सुरू हो गइल बा। ई ट्रेन नार्दन रेलवे चलाई। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह बतवलें कि अमृत भारत ट्रेन के नया सुविधा सुरू करे के तइयारी चल रहल बा। एमे दुनो तरफ इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव लागल रही। एसे औसत गति बहुते बेहतर होई। इंजन रिवर्सलो से मुक्ति मिली।
25 से 27 के बीच गोरखपुर से अयोध्या खातिर चली स्पेशल ट्रेन
22 जनवरी के राम मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या जाये वाली संभावित भीड़ के लेके रेल प्रशासन तइयारी सुरू कs देले बा। गोरखपुर से अयोध्या के बीच मेमो ट्रेन के स्पेशल ट्रेन के रूप में चलावल जाई। तीन से चार मेमो के रेक के एकरा खातिर सुरक्षित रख लिहल गइल बा।
रेल प्रशासन के अनुमान बा कि 25 से 28 जनवरी के बीच अयोध्या जाये वालन के भीड़ जादे होई। 26 जनवरी अबकी बेर सुक के बा आ एकरा बाद केंद्रीय कार्यालयन में सनिचर आ अतवार के अवकाश रहेला। श्रीराम भव्य मंदिर के देखे आ रामलला के दर्शन करे खातिर एह बीच लोग जाये के तइयारी करी। एही हिसाब से रेल प्रशासन आपन तइयारी कइले बा।