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Gorakhpur Literary Festival में अन्नू कपूर बोललें- हम प्यार कइनी...अफेयर कइल ना जानिले: कहलें- पईसे हमार धरम आ ईमान हs 

08:56 AM Dec 25, 2023 IST | khabar Bhojpuri Desk
gorakhpur literary festival में अन्नू कपूर बोललें  हम प्यार कइनी   अफेयर कइल ना जानिले  कहलें  पईसे हमार धरम आ ईमान हs 
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गोरखपुर। गोरखपुर से अपना खास जुड़ाव के चरचा करत प्रसिद्ध अभिनेता अन्नू कपूर कहलें कि एह शहर से हमार बहुत सरा इयाद जुड़ल बा। ऊ कहलें कि हमार दिवंगत माई एही गोरखपुर में फिराक गोरखपुरी के संगे मुशायरा पढ़ले रहली। हमरा आज से 51 साल पहिले गोरखपुर आवे के सौभाग्य मिलल। अपना माई-बाबूजी के जिनगी के चरचा करत अन्नू बतवलें कि ईया आ नाना के दोस्ती मां आ बाबूजी के एक कइलस। हामर पूरा लड़िकाई गुरबत में बीतल।

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बाबूजी के थियेटर से जुड़ल होखला के कारण ओह जमाना में बड़ कठिनाइयन के सामना करे के पड़ल। हमार माई के अंतिम संस्कार में उनकर शुभचिंतक मुसलमान लोग श्मशान में उनका सम्मान में नमाज ए जनाजा पढ़ले रहे लो। अन्नू अतवार के गोरखपुर में एगो निजी सांस्कृतिक कार्यक्रम में सामिल होखे आइल रहस।

एह दौरान बातचीत के सेशन में ऊ बतवलें कि हम सिविल सेवा में जाइल चाहता रहनी बाकिर पईसन के तंगी के वजह से हम एह पेशा में आ गइनी। हमार मां के धरम के बड़ मीमांसा रहे। ऊ बौद्ध, इस्लाम, ख्रीस्त आ सनातन के अभ्यास कइलें। बाबूजी नास्तिक रहलें। चूंकि हमार धरम से कवनो लेवल देहल नइखे, एहिसे हमरा केहू से आसक्ति नइखे। इहे वजह बा कि हम नास्तिक बन गइल रहे।

बुद्ध ठुकरा देले रहस स्वर्ग के दुआरी 

अन्नू कहलें कि हमनी के पईसा हमनी के धरम बा, पईसे हमार के ईमान बा। बाकिर पईसा खातिर चोरी ना करेम, ईमान ना बेचेम, ठगेम आ देस ना बेचेम। ऊ महात्मा बुद्ध के महापरिनिर्वाण के कथा सुनावत कहलें कि बुद्ध स्वर्ग के दुआरी पs ई कहके प्रवेश से ठुकरा देलें कि जबसे बोध भइल। एह बात के इच्छा बा कि हर व्यक्ति के स्वर्ग के दुआरी तक जबतक पहुंचा ना देम, तबले एह स्वर्ग के हमरा कामना नइखे।

पूरा सांच बोले के ठेका हम नइखे लेली 

गोरखपुर लिटरेरी फेस्ट के संबोधित करत अन्नू कहलें कि एतना उपलब्धियन के बाद अब चाहत खाली एतने बा कि चैन से मर सकीं। जइसन हमार माई बाबूजी गइल लो। ओइसही महम जा सकीं। सत्य जेतना संभव बा, ओतनही बोलेनी आ पूरा सांच बोले के ठेका हम नइखी लेके रखनी।

ऊ कहलें कि बृहदारण्यक उपनिषद में सर्वे भवन्तु सुखिनः जइसन श्लोक प्रेम आ अध्यात्म के विचार में बंधन के अलौकिक मुक्ति के सबसे बड़ संदेश बा। ई जेतने विस्तृत बा ओतनही ही व्यापको बा। प्रेम संबंधन पs बात करत वरिष्ठ अभिनेता कहलें कि हम प्यार कइनी, अफेयर कइल ना जानेनी।

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