फिलिम खतम भइल तs 8 मिनट ले ताली बजावत रह गइले दर्शक, देश में नाहीं विदेश में मिलल एतना सम्मान
पायल कपाड़िया के फिलिम ‘'ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’ बियफ़ें (23 मई) के रात कान में अपना वर्ल्ड प्रीमियर में धूम मचवलस अवुरी एकरा के अंतरराष्ट्रीय समीक्षक के तारीफ मिलल। ‘ऑल वी इमेजिन...’ 30 साल में पहिला भारतीय फिलिम हs जवन एह महोत्सव के प्रतियोगिता खंड खातिर क्वालीफाई कइले बा. फिलिम के प्रदर्शन के बाद आठ मिनट ले खड़ा होके ताली बजावल गइल जवन निश्चित रूप से फिलिम महोत्सव के एह संस्करण के सबले लमहर प्रदर्शनन में से एगो रहल. कापाडिया के मुकाबला यूरोपीय दिग्गज कंपनी जैक्स ऑडियार्ड आ योर्गोस लैंथिमोस, अमेरिकी लेखक डेविड क्रोनबर्ग आ पॉल श्रेडर आ एशियाई दूरदर्शी जिया झांगके से होला.
फिलिम के ट्रॉफी मिलल भा ना, एकर प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय समीक्षकन के बहुते प्रभावित कइलस. ‘द गार्जियन’ के पीटर ब्रैडशॉ एह फिलिम के ताजगी आ भावुकता के तारीफ कइलन आ कपाड़िया के कहानी के तुलना सत्यजीत रे के क्लासिक फिलिम ‘महानगर’ आ अरण्येर दिन रात्रि'’ से कइल गइल बा. स्क्रीनिंग के बाद आवे वाला शुरुआती समीक्षा बहुत बढ़िया रहे। अंतर्राष्ट्रीय आलोचक फियोनुआला हैलिगन लिखले बाड़न कि, "एगो प्रतिभाशाली डॉक्यूमेंट्री निर्माता के ई फिक्शन में शुरुआत ल्यूक्रेसिया मार्टेल भा एलिस रोहरवाचेर के काम के याद दिलावत बा फिर भी एकरा में एगो मजबूत रोमांटिक तत्व बा जवन हांगकांग शहर के साथ वोंग कर-वाई के प्रेम प्रसंग के भी देखावे ला."