टेक्नोलॉजी
खेल | कब्बड्डीक्रिकेटफुटबॉलबैडमिंटनहॉकी
मनोरंजन | सीरियलसिनेमासंगीतशार्ट स्टोरीजवेब सीरीजवीडियोडॉक्यूमेंट्री
राजनीतिविविध
व्यापार | अर्थव्यवस्थाउधारडिजिटल मुद्रानिवेशपूंजीरियल एस्टेटशेयर बाजार
शासन-प्रशासन | अपराधकानूनदुर्घटनासामाजिक योजना
शिक्षा
लाइफस्टाइल | आयुर्वेदखानपानसेहतव्यायामरोग एवं उपचारयोगब्यूटी टिप्सघरेलू उपचार
फोटो स्टोरीपर्यटन स्थल
धरम-करम | राशिफलमान्यतात्यौहारतीर्थ स्थलअंधविश्वास
देस-बिदेस
साहित्य | उपन्यासकविताकहानी
स्पेशल स्टोरीबड़ी खबरें
Advertisement

मशहूर शायर फहमी बदायूंनी के निधन, 72 साल के उमिर में लिहले अंतिम सांस

08:45 AM Oct 21, 2024 IST | Minee Upadhyay
मशहूर शायर फहमी बदायूंनी के निधन
Advertisement

 

Advertisement

मुझे तुमसे बिछड़ना ही पड़ेगा, मैं तुमको याद आना चाहता हूं...। तुम्हें बस ये बताना चाहता हूं, मैं तुमसे क्या छिपाना चाहता हूं...।असंख्य हृदय में अइसन अनगिनत पंक्तियन के बसेरा बनाके अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शायर फहमी बदायूंनी हमेशा खातीर याद में समा गइले।

72 बरीस के शरीर लमहर बेमारी से ग्रस्त रहे। ऊ दरद उनका चेहरा से चमक छीनत रहे। आखिर 'तूहमारा हाल तुम भी पूछते हो, तुम्हें तो मालूम होना चाहिए था'... लाइन के दोहराव के मजबूत करे खातिर व्यक्तित्व अतवार के साँझ समय के स्थिर हो गईल। इनकरी निधन के साथ जिला के साहित्य के एगो अध्याय के अंत हो गइल।

बिसौली के मोहल्ला पठान टोला में जनमल पुत्तन खान 80 के दशक में कविता के साथी बना के एगो नया नाम मिलल – फहमी बदायूंनी। उनकर कला के सराहे वाला लोग हमेशा एह नाम के इस्तेमाल करत रहे आ ई नाम उनका के पूरा दुनिया में पहचान दिहलस। उनकर करीबी लोग के कहनाम बा कि उs एगो मुशैरा में पढ़ले रहले कि 'प्यासे बच्चे पूछ रहे हैं, मछली-मछली कितना पानी, छत का हाल बता देता है, परनालों से बहता पानी ... ।'

ऊ शेर एतना गुंजायमान हो गइल कि फहमी बदायूंनी साहित्य के आसमान में तारा के रूप में उभर के सामने आवे लगल। उनकर कई गो चेला बाड़े, जे हर मुशैरा भा कवि सम्मेलन के उनका नजर में बसवले बाड़े।

 

 

 

Tags :
Badaunfamous poet Fahmi Badayuni passes awayPoetpoet Fahmi BadayuniUttar Pradeshउत्तर प्रदेशबदायूंमशहूर शायर फहमी बदायूंनी के निधनशायरशायर फहमी बदायूंनी
Advertisement
Next Article