Reliance Jio के बड़ फैसला, करोड़न यूजर्स खातिर जबर्दस्त गुड न्यूज
रिलायंस जियो यूजर्स खातिर एगो बढ़िया खबर बा। कंपनी के कहनाम बा कि 5जी सेवा देवे के बावजूद उ अपना योजना के महंगा ना बनाई। कंपनी अबहियों आपन सस्ती सुलभता के स्थिति जारी राखी, जेहसे कि ऊ एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया आ बीएसएनएल/एमटीएनएल यूजर्स के 2जी नेटवर्क के इस्तेमाल करत अपना नेटवर्क से जोड़ सके। जियो के अध्यक्ष मैथ्यू ऊम्मेन कहले कि कंपनी टैरिफ बढ़ावे के बजाय आपन यूजरबेस बढ़ावे पs ध्यान दिही, काहेंकी यूजर इंटरनेट से भारी अवुरी हाई डाटा प्लान पसंद करतारे।
मैथ्यू आगे कहले कि वर्तमान में देश में 2 करोड़ से जादा उपयोगकर्ता के 2जी के बढ़िया अनुभव नईखे मिलत अवुरी 2जी मुक्त दूरसंचार उद्योग खातीर जरूरी बा कि उपयोगकर्ता के सस्ता दाम मिले।5जी सेवा में मैथ्यू के मुताबिक कंपनी भारतीय यूजर के एगो बढ़िया ग्राहक अनुभव देवे के चाहतिया।
जियो के एआरपीयू में सुधार भईल
दूरसंचार कंपनी के फाइनेंशियल हेल्थ के मापे के सबसे बढ़िया तरीका एआरपीयू (Average revenue per user) बा। एह तिमाही के अंत में जियो के एआरपीयू 181.7 रुपिया रहल जवन कि पिछला तिमाही से बेहतर बा। एकरा संगे जियो के प्रतिद्वंद्वी एयरटेल अवुरी वोडाफोन-आइडिया ए टैरिफ के महंगा बनावतिया अवुरी एआरपीयू अवुरी बढ़ावे खाती टैरिफ बढ़ावे के योजना बनावतिया। एह कंपनियन के कहना बा कि एह उद्योग के मौजूदा खरचा 5जी विस्तार के साथे संचालकन के बुनियादी जरूरतन के पर्याप्त रूप से पूरा ना कs पाई।
वोडाफोन-आइडिया परेशानी में भारती एयरटेल के सीईओ गोपाल विट्ठल कहले कि, 'हमनी के इंडस्ट्री के निमन फाइनेंशियल हेल्थ चाही अवुरी इs तबे संभव होई जब एआरपीयू बढ़ावल जाई।' विट्ठल आगे कहले कि ए समय एआरपीयू के कम से कम 300 रुपिया होखे के चाही। बता दीं कि ए साल के पहिला वित्तीय वर्ष के अंत में एयरटेल के एआरपीयू 200 रुपिया रहे। एकरा संगे कर्ज से ग्रस्त वोडाफोन-आइडिया के ए वित्त वर्ष के दूसरा तिमाही में 142 रुपिया के एआरपीयू से संतोष करे के पड़ल।