Bihar News: प्रशांत किशोर मुर्गा भात खाए वाला वोटर से ई बात कहले, लालू-तेजश्वी के भी निशाना बनवले
सुपौल में प्रशांत किशोर कहले कि बिहार के बहुत जिला में एकही आदमी चाहे परिवार के सदस्य बहुत दिन से सांसद अवुरी विधायक बाड़े। बाकी विकास के काम में उनकर उपलब्धि कुछूओ नइखे।
जन सूरज अभियान के तहत बिहार में पदयात्रा पs गइल चुनावी राजनीतिज्ञ प्रशांत किशोर मधेपुरा जिला में आपन पदयात्रा पूरा कs शनिवार के सुपौल के त्रिवेणीगंज पहुंचले। जहाँ पीके छह गो अलग अलग कार्यक्रम में भाग लिहले।
एह दौरान लोग उनकर भव्य स्वागत कइल। शनिचर के दिने पीके त्रिवेणीगंज प्रखंड क्षेत्र में करीब छह किलोमीटर पैदल चलले। एही जन सूरज संवाद के दौरान प्रशांत किशोर जन सूरज के उद्देश्य के बारे में जनता के जानकारी देले। एह दौरान ऊ पारंपरिक राजनीति पर आक्रामक लउकलन । संवाद के दौरान ऊ सीएम नीतीश कुमार, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव समेत बहुत शीर्ष नेता पs कड़ा हमला कइले। ऊ कहले कि जन सूरज के प्रयास बिहार में जन शासन स्थापित करे के बा, ताकि इहाँ के लोग के मजदूर के काम करे खातीर गुजरात, महाराष्ट्र चाहे दिल्ली पs पलायन ना करे के पड़े।
पीके कहले कि हमार सपना बा कि देश भर से लोग रोजगार खातीर बिहार आवे आ ए सपना के पूरा करे खातीर हम सबकुछ जोखिम में डाले खातीर तैयार बानी। कहले कि बहुत लोग हमनी के संगे सिर्फ हमरा पीछे-पीछे चलतारे, बाकी हमनी के मोर्चा से रास्ता देखावे वाला लोग के जरूरत बा। संगही, ऊ जाति आ पार्टी के नाम पs चाहे सिर्फ कुछ रुपया खातीर वोट देवे वाला लोग के चेतावनी देले। कहले कि जब तक हमनी के एकरा से ऊपर उठ के समाज के बारे में ना सोचब तब तक पांच ना 50 साल बाद भी स्थिति बदले वाला नइखे।
कवनो नेता के बेटा के राजा बनावे खातिर मत मत दीं।
प्रशांत किशोर कहले कि बिहार के जनता के अपना वोट के ताकत नइखे मालूम। ई रउवा लोग के वोट के ताकत ह कि चाय बेचे वाला मोदीजी के देश के प्रधानमंत्री बना दिहनी । रउवा तीस साल से भैंस चरावे वाला लालू जी के बिहार के राजा बनवले बानी । तs एक बेर खातिर रउरा भी स्वार्थी होके अपना लइकन के वोट करीं, अपना लइकन खातिर स्वार्थी रहीं। नेता लोग देश के वोट देवे के कहे, बिहार के विकास के नाम पs रउवा से वोट मांगे। केहू रउरा से रउरा जाति के नाम पर वोट मांगी बाकिर याद राखीं कि चुनाव के बाद नेता हेलीकाप्टर में उड़ जाई, रउरा लइका-लइकी बिना कपड़ा-चप्पल के इधर-उधर घूमत रहीहें। जवना नेता लोग के रउआ राजा बनवले बानी, ऊ लोग ना तs रउआ लइकन के पढ़ाई खातिर कुछ कइले बा, ना रोजगार खातिर। एहसे अब समय बा कि रउरा स्वार्थी होके अपना लइकन के वोट दीं जेहसे कि रउरा लइकन के पलायन ना करे के पड़े, ओह लोग के लइकन के गाँव में ही बढ़िया पढ़ाई होखे आ एहमें ओह लोग के 2000 रुपिया के पेंशन मिल सके महंगाई के दौर के बा। लालू जी अपना बेटा के राजा बनावल चाहतारे। बाकिर कवनो नेता के बेटा के राजा बनावे खातिर मत मत दीं, अगिला बेर अपना लइकन के वोट दीं ।
हमार साथ मत दीं, आपन हित के वोट दीं।
प्रशांत किशोर कहले कि बिहार के बहुत जिला में एकही आदमी चाहे एकही परिवार के लोग बहुत दिन से सांसद आ विधायक बाड़े। बाकी विकास के काम में उनकर उपलब्धि कुछूओ नइखे। ई सब रउरा उदासीनता के नतीजा हs आ फेर रउरा सभे विकास के काम से अछूता छोड़े के शिकायत करे वाला बानी । केहू मंदिर बनावे के नाम पर वोट लेत बा तs केहू जाति के नाम पर तs केहू पार्टी के नाम पर। केहू कुछ पईसा देला तs केहू चुनाव के समय मुर्गी आ भात देला। फेर अगिला पांच साल तक रउआ मुर्गी बन जानी। रउरा अपना परिवार आ अपना गरीबी के चिंता नइखे। लोग कह रहल बा कि प्रशांत किशोर के मजबूत करे के चाही। हमनी के राउर समर्थन नइखी चाहत । कोसी में तोहार 500 बच्चा बह गइले। तबो रउआ ओही जदयू के वोट देब। रउरा अपना लइकन के साथे खड़ा ना हो पवनी, तa हमार साथ का देब?