टेक्नोलॉजी
खेल | कब्बड्डीक्रिकेटफुटबॉलबैडमिंटनहॉकी
मनोरंजन | सीरियलसिनेमासंगीतशार्ट स्टोरीजवेब सीरीजवीडियोडॉक्यूमेंट्री
राजनीतिविविध
व्यापार | अर्थव्यवस्थाउधारडिजिटल मुद्रानिवेशपूंजीरियल एस्टेटशेयर बाजार
शासन-प्रशासन | अपराधकानूनदुर्घटनासामाजिक योजना
शिक्षा
लाइफस्टाइल | आयुर्वेदखानपानसेहतव्यायामरोग एवं उपचारयोगब्यूटी टिप्सघरेलू उपचार
फोटो स्टोरीपर्यटन स्थल
धरम-करम | राशिफलमान्यतात्यौहारतीर्थ स्थलअंधविश्वास
देस-बिदेस
साहित्य | उपन्यासकविताकहानी
स्पेशल स्टोरीबड़ी खबरें
Advertisement

बोधगया में बुद्ध के 100 फीट लमहर स्लीपिंग प्रतिमा: 13 कट्ठा में बनल देस के सबसे लमहर आ 30 फीट ऊंच मूर्ति

01:08 PM Dec 04, 2023 IST | khabar Bhojpuri Desk
Advertisement

बोधगया में देस के सबसे बड़ स्लीपिंग बुद्ध के प्रतिमा के उद्घाटन कइल गइल। 100 फीट लमहर आ 30 फीट ऊंच भगवान बुद्ध के मूर्ति शयन मुद्रा में बा। अतवार के एकर अनावरण कइल गइल, जेमे अलग-अलग देसन के बौद्ध श्रद्धालु सामिल भइल लो।

Advertisement

सबसे पहिले बौद्ध मंत्रन के पाठ भइल। फेर प्रतिमा के ऊपर से विधिवत तरीका से कार्टन उठावल गइल। इहे ना बौद्ध अनुयायी विश्व शांति के कामना कइल लो। शयन मुद्रा में लमहर-चउड़ा प्रतिमा के स्थापना बोधगया के अमवा गांव के निकट रिवर साइड रोड के लगे कइल गइल बा।

अब बोधगया आवे वाला श्रद्धालु आ पर्यटक मठ आ मंदिरन के दर्शन करे के अलावे शयन मुद्रा में भगवान बुद्ध के प्रतिमा के दर्शन करी लो।

2019 में रखल गइल रहे बुनियाद

उद्धघाटन कार्यक्रम बुद्धा इंटरनेशनल सेंटर के ओर से कइल गइल। साल 2019 में एह प्रतिमा के स्थापित कइल जाये खातिर बुनियाद रखल गइल रहे। तब से लगातार निर्माण कार्य चल रहत रहे। एकरा बनके तइयार होखे में करीब 5 साल लाग  गइल। अनावरण के मवका पs बड़ संख्या में बौद्ध श्रद्धालु मवजूद रहे लो। प्रतिमा के अनावरण के मवका पs जमके आतिशबाजियो कइल गइल।

महाबोधि मंदिर से 4 किमी दूर शयन प्रतिमा

जवना जगह पs एह प्रतिमा के अनावरण कइल गइल baa ऊ स्थान महाबोधि मंदिर से मात्र 4 किलोमीटर के दूरी पs इस्थित बा। खास बात ई बा कि सड़क के किनारे होखला के वजह से आवागमन के सुविधो सरल बा। ।

फाइबर से बनल बा प्रतिमा

बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन के फाउंडर सेक्रेटरी आर्य पाल भिक्षु बतवलें कि प्रतिमा फाइबर से बनल बा। बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन निर्माण करवले बा। निर्माण कार्य 2019 में सुरू भइल रहे। एकरा पहिले कोलकाता में मूर्तिकार मिंटू पॉल आ उनका संगे 22 शिल्पकार लो मूर्ति बनवल लो। बाद में टुकड़न में बोधगया में लेआके , स्टील आ सीमेंट के बनल फ्रेम में लगावल गइल।

साभार: दैनिक भास्कर

Tags :
Bhojpuri NewsBodhgaya NewsBuddha in sleepnig postureSleeping BuddhaStatute Inauguration
Advertisement
Next Article