For the best experience, open
https://m.khabarbhojpuri.com
on your mobile browser.
Advertisement

सरकार 10 फरवरी तक ₹18.38 लाख करोड़ डायरेक्ट-टैक्स वसूललस : पिछला साल से 2.71 लाख करोड़ जादे; ₹2.77 लाख करोड़ रिफंड जारी कइलस 

08:54 PM Feb 11, 2024 IST | khabar Bhojpuri Desk
सरकार 10 फरवरी तक ₹18 38 लाख करोड़ डायरेक्ट टैक्स वसूललस   पिछला साल से 2 71 लाख करोड़ जादे  ₹2 77 लाख करोड़ रिफंड जारी कइलस 
Advertisement

सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT) डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के प्रोविजनल आंकडा जारी कइले बा। आंकड़न के मोताबिक सरकार मवजूदा वित्तीय वर्ष (2023-24) में 10 फरवरी तक ₹18.38 लाख करोड़ डायरेक्ट टैक्स वसूलले बिया।

Advertisement

10 फरवरी 2024 तक के ई कलेक्शन पिछला वित्त वर्ष के एही अवधि के मुकाबले 2.71 लाख करोड़ रुपिया जादे बा। एक साल पहिले माने 10 फरवरी 2023 तक सरकार 15.67 लाख करोड़ रुपिया डायरेक्ट टैक्स वसूलले रहे।

FY-24 में कलेक्शन रिवाइज्ड टारगेट के 80.23%

ओहिजा एह साल के कलेक्शन सरकार के ओर से रिवाइज कइल गइल टारगेट के 80.23% बा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी के वित्त वर्ष 2023-24 खातिर डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के टारगेट के 18.23 लाख करोड़ रुपिया से बढ़ाके 19.45 लाख करोड़ कs देले रहे।

रिफंड के बाद नेट कलेक्शन ₹15.60 लाख करोड़ रहल

रिफंड के छोड़कर नेट कलेक्शन पिछला साल के समान अवधि के मुकाबले 20.25% बढ़के ₹15.60 लाख करोड़ रहल बा। सरकार 1 अप्रिल से 10 फरवरी के बीच ₹2.77 लाख करोड़ के टैक्स रिफंड जारी कइले बिया। पिछला महीना माने 11 जनवरी तक सरकार ₹14.70 लाख करोड़ नेट डायरेक्ट टैक्स वसूलले रहे।

पर्सनल इनकम टैक्स में सालाना आधार पs 26.91% ग्रोथ

जहां तक अलग-अलग कैटेगरी में टैक्स कलेक्शन के बात बा, तs रिफंड एडजस्ट कइला के बाद नेट कॉर्पोरेट इनकम टैक्स (CIT) में सालाना आधार पs 13.57% के ग्रोथ भइल बा। जबकि नेट पर्सनल इनकम टैक्स (PIT) पिछला साल से 26.91% जादे कलेक्ट भइल बा।

डायरेक्ट आ इनडायरेक्ट टैक्स में अंतर

डायरेक्ट टैक्स ऊ टैक्स हs जवन सीधे आम आदमी से वसूला जाला। डायरेक्ट टैक्स में कॉर्पोरेट आ पर्सनल इनकम टैक्स आवेला। शेयर भा दोसरा संपत्तियन पs लागे वाला टैक्स डायरेक्ट टैक्स के श्रेणी में आवेला।

जवन टैक्स सीधे आम जनता से ना लिहल जाला, बाकिर ओकर वसूली दोसर माध्यमन से आम जनता से होला, ओकरा के इनडायरेक्ट टैक्स कहल जाला। एमे एक्साइज ड्यूटी, कस्टम ड्यूटी, GST सामिल बा।

Tags :
Advertisement