टेक्नोलॉजी
खेल | कब्बड्डीक्रिकेटफुटबॉलबैडमिंटनहॉकी
मनोरंजन | सीरियलसिनेमासंगीतशार्ट स्टोरीजवेब सीरीजवीडियोडॉक्यूमेंट्री
राजनीतिविविध
व्यापार | अर्थव्यवस्थाउधारडिजिटल मुद्रानिवेशपूंजीरियल एस्टेटशेयर बाजार
शासन-प्रशासन | अपराधकानूनदुर्घटनासामाजिक योजना
शिक्षा
लाइफस्टाइल | आयुर्वेदखानपानसेहतव्यायामरोग एवं उपचारयोगब्यूटी टिप्सघरेलू उपचार
फोटो स्टोरीपर्यटन स्थल
धरम-करम | राशिफलमान्यतात्यौहारतीर्थ स्थलअंधविश्वास
देस-बिदेस
साहित्य | उपन्यासकविताकहानी
स्पेशल स्टोरीबड़ी खबरें
Advertisement

चइत नवरात्रि 2024 दिन 3 : चइत नवरात्रि के तीसरा दिन, शुभ समय में देवी ब्रह्मचारिणी के पूजा, विधि, मंत्र, प्रसाद, आरती जानि

08:03 AM Apr 11, 2024 IST | Raj Nandani
Advertisement

खास बातन के बात कइल जाव

Advertisement

चइत नवरात्रि के तीसरा दिन अपना प्रियजन के शुभकामना देत घरी माँ चंद्रघंटा के तस्वीर आ मंत्र भेजीं जेहसे कि रउरा करीबी लोग भी देवी के दर्शन कर सके आ दिन के शुरुआत मंत्रोच्चार से कर सके।

चैत्र नवरात्रि 3rd Day Wishes 2024: 9 अप्रैल 2024 से शुरू भइल चइत नवरात्रि के आज तीसरा दिन बा। नवरात्रि के तीसरा दिन भगवती के माता चंद्रघंटा रूप के पूजा कइल जाला। माता चंद्रघंटा के रूप अत्यंत शांतिपूर्ण आ लाभकारी बा। माई चंद्रघंटा बाघ प सवार होके आवेली। उनकर देह के रंग सोना जइसन चमकदार बा। माथे प रेत के घड़ी के आकार के अर्धचंद्र मौजूद बा। एही कारण से इनका के चंद्रघंटा कहल जाला।

देवी चंद्रघंटा के दस गो बांह बा, जवना में हर हाथ के अलग-अलग अस्त्र से सजल बा। उज्जर फूलन के माला गर्दन के शोभा बढ़ावेला। इनकर मुद्रा युद्ध खातिर तइयार होखे वाला बा । दिन के शुरुआत देवी चंद्रघंटा के पूजा के मंत्र जप के करीं। आप चालीसा के पाठ भी कर सकेनी।

माँ चंद्रघंटा के पूजा मंत्र

पिंडजप्रवरारूढ़ा, चंडकोपास्त्रकैर्युता

प्रसादं तनुते मह्मं, चंद्रघंटेति विश्रुता।

ऊँ देवी चन्द्रघण्टायै नम:

या देवी सर्वभूतेषु मां चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता।

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: ।।

सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।

शरण्ये त्र्यंम्बके गौरि नारायणि नमोस्तु ते।

मां चंद्रघंटा का बीच मंत्र

ऐं श्रीं शक्तयै नम:

Tags :
2024 NavratriBhojpuri khabarChaitra NavratriChaitra Navratri SpecialDevotionalKhabar Bhojpur NewsMantraPoojavidhi
Advertisement
Next Article