Char Dham Yatra 2024: केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री आ गंगोत्री के यात्रा के पंजकरण शुरू, जानी कहिया से होई चार धाम यात्रा आ कब खुली कपाट
चार धाम यात्रा 2024 : अबकी बार 10 मई से चार धाम यात्रा शुरू हो जाई। एह यात्रा खातिर भक्तन के रजिस्ट्रेशन करावे के पड़ी । चारधाम में बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री आ गंगोत्री बाड़ी सऽ। एह धामन के यात्रा आ दर्शन हिन्दू धर्म में बहुते शुभ मानल जाला । चली जाने के रउआ कइसे चार धाम पहुंच सकेनी।
चार धाम यात्रा 2024 : चार धाम यात्रा खातिर रजिस्ट्रेशन शुरू हो गइल बा। एह साल चरधाम यात्रा 10 मई से शुरू हो रहल बा। केदारनाथ, गंगोत्री आ यमुनोत्री के कपाट 10 मई के खुली। जबकि 12 मई के बद्रीनाथ धाम के दरवाजा खुल जाई। पिछला साल 56 लाख श्रद्धालु चरधाम यात्रा के दौरा कइले रहले। बिना रजिस्ट्रेशन के कवनो भक्त चरधाम यात्रा ना कर पइहें ।
चली जाने के कि केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री आ यमुनोत्री कइसे पहुँचल जा सकेला?
केदारनाथ आ बद्रीनाथ धाम कइसे पहुंचल जाला?
चार धाम भा कवनो धाम घूमे खातिर सबसे पहिले भक्तन के हरिद्वार भा ऋषिकेश पहुंचे के पड़ी । देहरादून के जॉली ग्रांट हवाई अड्डा ऋषिकेश से लगभग 20 किलोमीटर दूर बा। ई हवाई अड्डा भारत के सभ प्रमुख शहरन से बढ़िया से जुड़ल बा। केदारनाथ पहुंचे खातिर सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश या हरिद्वार बा। ऋषिकेश भा हरिद्वार से भक्त बस से आगे बढ़ सकेलें । हरिद्वार आ ऋषिकेश से केदारनाथ से पहिले के आखिरी रोड स्टॉप गौरीकुंड तक टैक्सी सेवा भी उपलब्ध बा। भक्त टैक्सी से भी जा सकेलें।
गौरीकुंड से 17 किलोमीटर चढ़े के पड़ी जवन केदारनाथ धाम तक जाला। टट्टू, डोली (पालकिन) आ हेलीकाप्टर शटल सेवा आसानी से उपलब्ध बा। एही तरे बद्रीनाथ भी पहुंच सकेनी। ऋषिकेश आ हरिद्वार से बद्रीनाथ खातिर बस आ टैक्सी के सुविधा बा। बद्रीनाथ ऋषिकेश से लगभग 300 किलोमीटर और हरिद्वार से 320 किलोमीटर दूर बा।
यमुनोत्री आ गंगोत्री धाम कइसे पहुंचल जाला?
चार धाम यात्रा के पहिला पड़ाव यमुनोत्री पहुंचे खातिर जानकी चट्टी जाए के पड़ी जवन ऋषिकेश से सड़क मार्ग से करीब 220 किलोमीटर दूर बा। टैक्सी आ बस आसानी से मिल जाला। इहाँ से यमुनोत्री धाम पहुंचे खातिर 5 किलोमीटर चढ़े के पड़ी। टट्टू आ डॉली के सेवा उपलब्ध बा। गंगोत्री सड़क मार्ग से बहुत बढ़िया से जुड़ल बा। गंगोत्री ऋषिकेश से लगभग 270 किमी दूर बा आ यात्री बस/टैक्सी बुक कर सकेलें जवन ऋषिकेश आ हरिद्वार से आसानी से उपलब्ध बा।