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बिहार में कई गो महिला लो के बैंक खाता में अचानक आइल करोड़ों रूपिया

01:53 PM Sep 21, 2024 IST | Sonu Kishor
प्रस्तुती खातिर लगावल गइल फोटो
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मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र के मिठनसराय गांव में एक दर्जन से अधिका औरतन के ग्रुप लोन करावे के बहाने खाता खोल के तीन करोड़ से अधिका के लेनदेन भइल। इ पईसा साइबर अपराधी भेज के दोसरा खाता में ट्रांसफर कऽ देले बाड़े। धोखाधड़ी के शिकार सभ महिला कम पढ़ल-लिखल बाड़ी। हर महिला के खाता में 20 से 30 लाख रुपया के रकम आइल रहे आ एकरा के दोसरा खाता में ट्रांसफर कऽ दिहल गइल बा।

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हर महिला के खाता में लाखों रुपया जमा

धोखाधड़ी के शिकार महिला जब बैंक में जाके खाता के जाँच करवली तऽ पता चलल कि कुछ लोग के खाता में 20 लाख रुपया बा, तऽ कुछ लोग के खाता में 25 लाख आ 30 लाख रुपया बा। एकरा बाद सब मेहरारू डेरा गईली। उनका डर लागे लागल कि जदी उऽ पुलिस में शिकायत करे गइली तऽ पुलिस उनका लो के गिरफ्तार के ली। बाकिर, स्थानीय जनप्रतिनिधि के समझावला के बाद धोखाधड़ी के शिकार महिला सबसे पहिले अहियापुर थाना पहुंचली। ओकरा बाद, उऽ साइबर थाना पहुंच के पूरा मामला के जानकारी देली।

महिला लो के लोभा के शिकार बनावल गइल

साइबर डीएसपी सीमा देवी सबके आधार नंबर ले लिहली। एकरा संगे उनकर खाता के पता लगावल जाई। फेर कवना राज्य से आ कहाँ से साइबर धोखाधड़ी के रकम माँगल गइल बा एकर विवरण उपलब्ध करावल जाई। महिला के नाम पs खुलल खाता में करोड़ों रुपया के लेनदेन के संभावना बा। पीड़ित महिला साइबर स्टेशन के पुलिस के बतवली कि कान्ति के एगो महिला मिठनसराय गांव आके ग्रुप लोन लेवे के वादा कइले बिया।

कहलस कि रउरा हर खाता में 5-5 लाख रुपया लोन के रूप में आई। एमें पचास फीसदी कर्जा माफ कऽ दिहल जाई। रउरा के महज अढ़ाई लाख रुपिया लवटावे के पड़ी। मेहरारू लोग जाल में फंस गइली।

पहिले सिम कार्ड मिलल, फेर बैंक खाता खोलल गइल

महिला के सबसे पहिले नाया सिम कार्ड दिहल गइल। ओह सिम कार्ड से आधार आ पैन कार्ड के माध्यम से बैंक खाता खुलल रहे। खाता खोलला के बाद आरोपी महिला सभके आधार, पैन अवुरी सिम कार्ड अपना संगे रखले रहली। कहलस कि दु महीना बाद इ रकम सभके खाता में जमा हो जाई। चूंकि सिम आरोपी के संगे रहे एहसे केहु के मैसेज ना मिलल। पांच महीना बाद पीड़ित महिला बैंक में जाके पाता चलल कि ओकरा खाता से 20 से 30 लाख रुपया के लेनदेन भइल बा। इ लेनदेन कवनो एक महिला के खाता से ना भइल बा बलुक सभ पीड़ित महिला के खाता से भइल बा।

जब महिला लोग थाना में शिकायत करे गइली तऽ हकीकत सोझा आइल।

गांव के तमाम पीड़ित महिला के संगे उऽ अहियापुर थाना में शिकायत दर्ज करावे गइली। उहाँ से उनका के साइबर थाना भेज दिहल गइल। साइबर डीएसपी के कहनाम बा कि महिला थाना में आके जानकारी देले बाड़ी। पहिले कवना बैंक में उनकर खाता खुलल बा, ओकर पता लगावल जाता। एकरा बाद लेनदेन के रकम क्लियर हो जाई। इ करोड़ों में होई। एगो मास्टरमाइंड के नाम सोझा आ गइल बा। साइबर पुलिस ओकरा के गिरफ्तार करे खातिर छापामारी करत बिया।

सभका के फंसावे वाली कान्तियो के संगे भइल धोखाधड़ी

साइबर गिरोह के दोषी कान्ति महिला के खाली प्यादा बना देले बिया। उनका ग्रुप के लोन के नाम पs पांच लाख रुपया मिले के बहाने फर्जी खाता खोलवा दिहल गइल। साइबर पुलिस के मुताबिक उनका नाम पs खुलल खाता में पईसा के लेनदेन भइल बा। बतावल जाता कि धोखाधड़ी के शिकार महिला एकरा के पकड़ के अपना संगे साइबर थाना ले गइल रहली। पुलिस पूछताछ में उऽ बस प्यादा साबित हो गईली।

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