गोरखपुर विश्वविद्यालय में स्नातक के विषम सेमेस्टर में वर्णनात्मक आ सम में आई बहुविकल्पीय प्रश्नपत्र
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय स्नातक के सेमेस्टर परीक्षा के प्रारूप में बड़ बदलाव कइले बा। अब स्नातक पाठ्यक्रमन के विषम सेमेस्टर के परीक्षा में वर्णनात्मक आ सम सेमेस्टर में बहुविकल्पीय प्रश्नपत्र आई। ई फैसला एही सत्र से लागू होई। जल्दिये परीक्षा समिति के बैठक में एह प्रस्ताव के रखल जाई।
परास्नातक पाठ्यक्रमन में पिछिले साल से वर्णनात्मक प्रश्नपत्र आ रहल बा। अब स्नातक के विद्यार्थियन के एगो सेमेस्टर में आपन लेखनी के प्रदर्शन करे के होई। ई फैसला नया के संगही पुरान विद्यार्थियन पs लागू होई। एकरा के लेके शासन के ओर से निरदेस दिहल गइल रहे।
कुलपति प्रो. पूनम टंडन के अध्यक्षता में सोमार के नया शैक्षणिक सत्र के सुरूआत पs अधिष्ठाता आ विभागाध्यक्षन के संबोधित बैठक आयोजित भइल। एमे कइयन गो महत्वपूर्ण फैसला लिहल गइल। ऊ एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार समय से नया शैक्षणिक सत्र के सुरुआत के बधाई देली।
छात्रवृत्ति खातिर 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य
एह सत्र से छात्रवृत्ति खातिर विद्यार्थियन के उपस्थिति 75 प्रतिशत अनिवार्य कs दिहल गइल बा। कुलपति कहली कि सब विद्यार्थियन के ई सूचित कs दिहल जाव कि सरकार के निर्देशानुसार स्कॉलरशिप खातिर विद्यार्थियन के 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य बा। ऊ कहली कि सब विभागाध्यक्ष ई सुनिश्चित करे लो कि विद्यार्थियन के उपस्थिति शिक्षकन के ओर से लिहल जाये आ हर हफ्ता ओकरा के अपलोड कइल जाई।
95 प्रतिशत पाठ्यक्रमन के परीक्षा परिणाम घोषित
बैठक में कुलपति कहलें कि 95 प्रतिशत पाठ्यक्रम के परीक्षा परिणाम घोषित कs दिहल गइल बा। बाकी परीक्षा परिणाम जल्दिये घोषित कइल जाई। एकरा संगही कोसिस बा कि जल्दिये स्नातक आ परास्नातक प्रोग्राम के विद्यार्थियन के ओह लोगन के फाइनल मार्कशीट के दे दिहल जा । कुलपति कहली कि 30 अगस्त के प्रस्तावित दीक्षांत समारोह के पहिले सब मार्कशीट आ डिग्री विद्यार्थियन के प्रदान कs दिहल जाई।
हर विभाग में संचालित होखे प्लेसमेंट सेल
कुलपति विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट सेल के समन्वयक के निर्देशित कइल गइल कि ऊ विभागाध्यक्ष के सहजोग से सुनिश्चित करसs कि हर विभाग में प्लेसमेंट सेल सुचारू रूप से संचालित होखे। एकरा संगही निर्देशित कइल कि सब अधिष्ठाता आ विभागाध्यक्ष ई सुनिश्चित करे लो कि ओह लोगन के हरदिन विद्यार्थियन से मिले के एगो समय निर्धारित होखे।
कुलपति प्रो. पूनम टंडन कहली कि एह सत्र से स्नातक के विषम सेमेस्टर में वर्णात्मक आ सम सेमेस्टर में बहुविकल्पीय प्रश्नपत्र आई। शासन के निरदेस के अनुसार ई फैसला लिहल गइल बा। एह प्रस्ताव के परीक्षा समिति आ कार्य परिषद में अनुमोदन खातिर रखल जाई।