Delhi Excise Policy: सीएम केजरीवाल समन पऽ व्यक्तिगत पेशी से छूट मांगत देले का दलील, आज फेर से होई सुनवाई
Delhi Excise Policy: सीएम केजरीवाल समन पऽ व्यक्तिगत पेशी से छूट मांगत देले का दलील, आज फेर से होई सुनवाई
दिल्ली आबकारी घोटाला मामला से जुड़ल मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के शिकायत पऽ मजिस्ट्रेट अदालत के ओर से जारी दू गो समन के बियफे के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सत्र न्यायालय में चुनौती देले बाड़न। ए दौरान दिल्ली सीएम अदालत से व्यक्तिगत पेशी में छूट देवे के निहोरा कइले जवना के ईडी ने पुरजोर विरोध कइलस। ए मामला में आज अदालत में सुनवाई होई।
आबकारी घोटाला से जुड़ल मनी लांड्रिंग मामला में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के शिकायत पऽ मजिस्ट्रेट अदालत के ओर से जारी दू गो समन के बियफे के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सत्र न्यायालय में चुनौती देले बाड़े।
विशेष न्यायाधीश राकेश सयाल के समक्ष अरविंद केजरीवाल आ ईडी के ओर से पेश भइल अधिवक्ता लो के बीचे तीत बहसो भइल। पहिले समन पऽ दुनु पक्षन के विस्तार से दलील सुनला के बाद अदालत दूसरका समन पऽ बहस सुने खातिर सुनवाई शुक तकले स्थगित कर देलस।
अदालत सात फरवरी के पेश होखे के जारी कइले रहें समन
ईडी के पहिलका शिकायत पऽ अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) दिव्या मल्होत्रा अरविंद केजरीवाल के अदालत में पेश होखे खातिर सात फरवरी के पहिला समन जारी कइले रहें।
17 फरवरी के वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश होके केजरीवाल बजट सत्र के हवाला देत व्यक्तिगत पेशी से छूट मंगले रहले आ आश्वासन देले रहलें कि उऽ 16 मार्च के व्यक्तिगत रूप से अदालत में पेश होइहें। एकरा बाद जारी कइल समन के बादो ना पेश होखला पऽ ईडी केजरीवाल के विरुद्ध अदालत में दूसरका शिकायत कइले रहें।
एपर सुनवाई के बाद सात मार्च के अदालत केजरीवाल के 16 मार्च के पेश होखे के समन जारी कइले रहें। दुनु मामलन पऽ 16 मार्च के एसीएमएम द्वारा विचार कइल जाए के बा। मनी लांड्रिंग मामला में ईडी अब तक केजरीवाल के आठ गो समन जारी कर चुकल बिया।
दुनु पक्ष कोर्ट में देलस ई दलील
रमेश गुप्ता : मजिस्ट्रेट के समक्ष दिल्ली के मुख्यमंत्री के व्यक्तिगत उपस्थिति से कवनो उद्देश्य पूरा ना होई आ ईडी खाली प्रचार खातिर अइसन कर रहा बा। मेरे मुवक्किल खाली ई कह रहल बाड़े कि उनका के व्यक्तिगत पेशी से छूट दिहल जाव। हमरा इहाँ अइला से इंकाँ लो के का हासिल होई? का ई खाली प्रचार खातिर बा।
एएसजी : स्टाप प्लेइंग फ्राम द गैलरी। हमनीं प्रचार खातिर कुछ नइखी करत।
रमेश गुप्ता : सीएम खाली अदालत में व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट मांग रहल बाड़े आ सीएम के ओर से अधिवक्ता पेश होखे खातिर तइयार बा। ई एगो समन ट्रायल केस हऽ आ एमें अधिकतम सजा एक महीना भा जुर्माना भा दुनु बा।
एएसजी : सीएम 17 फरवरी के वीडियो कान्फ्रेंसिंग माध्यम से मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष पेश होके आश्वासन देले रहलें कि उऽ 16 मार्च के अदालत में पेश होइहें। उऽ सत्र अदालत के समक्ष ए तथ्य के छुपा रहल बाड़े। एतने ना अब एक महीना बाद सीएम सत्र न्यायालय के समक्ष आके छूट मांग रहल बाड़े। ई पहिला नजर में बेईमानीपूर्ण आचरण बा। अइसे में उऽ अंतरिम राहत के हकदार नइखन।
रमेश गुप्ता : शिकायत के कानून के तहत वर्जित कइल गइल बा। दावा कइले कि हमरा लगे प्रथम दृष्टया मामला बा कि शिकायतकर्ता सशक्त नइखे। शिकायत के मामला जांच अधिकारी ईडी के बजाय आपन व्यक्तिगत क्षमता से दर्ज कइले रहलें। अतने ना सीएम के समन करे वाला ईडी अधिकारी आ अदालत में शिकायत दर्ज करावे वाला अधिकारी अलग-अलग बा।
एएसजी : शिकायतकर्ता भले सशक्त ना होखे, ओकरा बादो शिकायत खारिज नइखे कइल जा सकत। उदाहरण देत कहलस कि जदि आज कवनो जांच अधिकारी बा आ कल उऽ मर जाला, तऽ का एकर मतलब ई हऽ कि कवनो शिकायत मामला दर्ज नइखे कइल जा सकत? मान लिहि कि ए लोक सेवक सेवानिवृत्त हो जात बा भा छुट्टी पर चल जात बा। तऽ का होई ?
रमेश गुप्ता : कार्यवाही पऽ रोक लगावे के अनुरोध छोड़ रहल बानी, बाकिर मुवक्किल के व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट के मांग करत बानी। विनम्र अनुरोध बा कि खाली वो सीमा तक अंतरिम आदेश पारित कइल जाव।
एएसजी : आवेदन के विरोध करत दावा कइलस कि सीएम अंतिम क्षण में अदालत आवस। सीएम केजरीवाल अइसे बहाना बना रहल बाड़े जवना के इजाजत आम आदमी के नइखे दिहल जा सकत। केजरीवाल आम आदमी होखे आ इनकर प्रतिनिधित्व करे के दावा करे लन। का आम आदमी के अइसन बहाना बनावे के इजाजत दिहल जा सकत बा ? सीएम उद्घाटन समारोह आ विपश्यना खातिर जाए के बात करत बाड़े। का एगो आम आदमी के अइसन बहाना अपनावे के इजाजत होई ?
रमेश गुप्ता : नदी सीएम के व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट दिहल जाई तऽ एकरा से का पूर्वाग्रह पैदा होई ? ईडी सीएम के जुलूस निकाके के चाहत बा? जदि सीएम कहले कि हम शनिवार के ट्रायल कोर्ट में पेश हो जाइब तऽ एकर का मतलब हऽ? जदि सीएम उपस्थित होखे असमर्थ होइहें तऽ का रऊआ वो मुद्दा पऽ वारंट जारी करब ? सीएम कब कहले कि हम एगो बड़ा व्यक्ति हईं । सीएम जदि कोर्ट के सामने पेश होइहें तऽ एकरा से कवनो फायदा ना होई। जदि , सीएम के पेशी से छूट दिहल जाता, तऽ एकरा से कई उद्देश्य पूरा होई। ई अधिकारियन के व्यवस्था करे से बचाई।
अदालत: पहिले समन पऽ दुनु पक्षन के दलील सुनला के बाद दूसरका समन पऽ बहस सुने खातिर मामला शुक के सबेरे दस बजे के खातिर सूचीबद्ध कइलस।