त्योहारन में मिलल बड़ राहत: गोरखपुर से मुंबई खातिर 14, पुणे के तीन फेरा लगाई 'त्योहार स्पेशल'
आवे वाला त्योहारन पs यात्रियन के होखे वाला अतिरिक्त भीड़ के ध्यान में रखत रेल प्रशासन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (मुंबई)-गोरखपुर-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस त्योहार विशेष गाड़ी के 14 फेरा खातिर संचालित करे के मंजूरी देले बा। एकरा अलावा गोरखपुर से पुणे के बीच तीन फेरा खातिर एगो स्पेशल ट्रेन चलावल जाई। एह दुनो ट्रेनन के समय सारिणी घोषित कs दिहल गइल बा।
सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह बतवलें कि छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (मुंबई)-गोरखपुर त्योहार विशेष गाड़ी 25 अक्तूबर से सात नवंबर तक चली। शिवाजी महाराज टर्मिनस (मुंबई) से ई ट्रेन रात में 10:30 बजे प्रस्थान कs के दादर, थाणे, कल्याण, नासिक रोड, मनमाड, जलगांव, भुसावल, खंडवा, इटारसी, भोपाल, बीना, वीरागंना लक्ष्मीबाई जं. (झांसी), ऊरई, कानपुर सेंट्रल, लखनऊ, गोंडा, बस्ती, खलीलाबाद स्टेशनन पs रुकत तीसरका दिन सबेरे 10 बजे गोरखपुर स्टेशन पहुंची।
ओहिजा, गोरखपुर से ई ट्रेन दुपहरिया 02:30 बजे प्रस्थान कs के दूसरका रात 12:40 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (मुंबई) स्टेशन पहुंची। एह ट्रेन में स्लीपर श्रेणी के आठ, साधारण द्वितीय श्रेणी के छव, एसी तृतीय श्रेणी के दु आ एसएलआरडी के दु सहित कुल 18 कोच लगावल जाई।
एकरा अलावे नागपुर-समस्तीपुर-नागपुर त्योहार विशेष गाड़ी गोरखपुर स्टेशन से होके गुजरी। एह ट्रेन के संचलन नागपुर से 30 अक्तूबर से 13 नवंबर तक हर बुध आ समस्तीपुर से 31 अक्तूबर से 14 नवंबर तक हर बियफे के तीन फेरन खातिर कइल जाई।
नागपुर से सबेरे 10:40 बजे रवाना होके ई ट्रेन दूसरका दिन सबेरे 11:55 बजे गोरखपुर से समस्तीपुर खातिर रवाना होई। समस्तीपुर से रात में 11:45 बजे रवाना भइल ट्रेन दूसरका दिन सांझ 07:20 बजे गोरखपुर से रवाना होई। एह गाड़ी में स्लीपर श्रेणी के आठ, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के दु, साधारण द्वितीय श्रेणी के छव सहित कुल 18 कोच लगावल जाई।
गोरखपुर-पुणे स्पेशल हर दिन चली
पुणे-गोरखपुर-पुणे त्योहार विशेष गाड़ी के संचलन पुणे से 22 अक्तूबर से 11 नवंबर तक आ गोरखपुर से 23 अक्तूबर से 12 नवंबर तक हरदिन कइल जाई। पुणे से ई ट्रेन प्रतिदिन 06:50 बजे गोरखपुर खातिर प्रस्थान करी। ओहिजा, गोरखपुर से ई ट्रेन शाम 05:30 बजे चली। एह ट्रेन में शयनयान श्रेणी के आठ, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के दु, साधारण द्वितीय श्रेणी के छव आ एसएलआर के दु सहित कुल 18 कोच लगावल जाई।