टेक्नोलॉजी
खेल | कब्बड्डीक्रिकेटफुटबॉलबैडमिंटनहॉकी
मनोरंजन | सीरियलसिनेमासंगीतशार्ट स्टोरीजवेब सीरीजवीडियोडॉक्यूमेंट्री
राजनीतिविविध
व्यापार | अर्थव्यवस्थाउधारडिजिटल मुद्रानिवेशपूंजीरियल एस्टेटशेयर बाजार
शासन-प्रशासन | अपराधकानूनदुर्घटनासामाजिक योजना
शिक्षा
लाइफस्टाइल | आयुर्वेदखानपानसेहतव्यायामरोग एवं उपचारयोगब्यूटी टिप्सघरेलू उपचार
फोटो स्टोरीपर्यटन स्थल
धरम-करम | राशिफलमान्यतात्यौहारतीर्थ स्थलअंधविश्वास
देस-बिदेस
साहित्य | उपन्यासकविताकहानी
स्पेशल स्टोरीबड़ी खबरें
Advertisement

Karwa Chauth 2024: करवा चौथ के दिन एतना बजे ले रही भद्रा, सुहागिन औरत एह दौरान भूलाके भी ना करीं इs काम

11:11 AM Oct 17, 2024 IST | Minee Upadhyay
करवा चौथ
Advertisement

 

Advertisement

 

करवा चौथ के बियाहल औरत के सबसे महत्वपूर्ण परब में से एगो मानल जाला। एह दिन मेहरारू लोग निर्जल व्रत रखेली आ अपना पति के लमहर उमिर खातिर प्रार्थना करेली। एगो धार्मिक मान्यता बा कि करवा चौथ के व्रत करे वाली शादीशुदा मेहरारू जे सच्चा मन से व्रत करेली सs, उनकर दाम्पत्य जीवन हमेशा सुखी रहेला आ उनकर पति भी लंबा जियेले। करवा चौथ, चंद्रमा के दिन भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश आ कार्तिक के साथे करवा माता के पूजा कइल जाला। करवा चौथ व्रत में चंद्रमा पूजा के खास महत्व बा। चंद्रमा के अर्घ्य ना चढ़वले व्रत अधूरा मानल जाला।

करवा चौथ के दिन भद्रा होखे जा रहल बा

एह साल भदरा भी करवा चौथ के दिन कुछ समय खातिर रही। भद्रा हिन्दू धर्म में अशुभ काल मानल जाला। भद्रा के समय कवनो शुभ काम ना होला। अबकी बेर 20 अक्टूबर 2024 के करवा चौथ के व्रत मनावल जाई। करवा चौथ के दिन भदरा पूरा 21 मिनट ले रही। 20 अक्टूबर के भद्रा के समय सबेरे 6.24 से 6.46 बजे ले रही।

भद्रा के समय में बियाहल महिला के इs काम ना करे के चाही

करवा चौथ के व्रत करे जा रहल महिला लोग भद्र काल के विशेष ध्यान राखे के चाही। भद्रा के समय विवाहित महिला के व्रत भा पूजा से जुड़ल कवनो काम ना करे के चाही। भद्रा से पहिले भी करवा चौथ के व्रत शुरू हो रहल बा। अइसना में उपवास करे वाली मेहरारू लोग के सूर्योदय से पहिले नहाए के चाहीं आ ओकरा बाद सरगी ले के उपवास करे के संकल्प लेबे के चाहीं.  करवा चौठ के दिन शादीशुदा महिला के गलती से भी मेकअप में सफेद अवुरी करिया रंग के चीज़ के इस्तेमाल ना करे के चाही। एह से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाला।

बियाहल महिला के भद्र काल में इs काम करे के चाही

एह साल करवा चौथ के व्रत रखे वाली सब व्रतधारी शादीशुदा महिला के व्रत के शुरुआत सिर्फ एs 12 नाम से करे के चाही। एहमें धन्या, महारुद्रा, कुलपुत्रिका, दधीमुखी, खरानना, भैरवी, महाकाली, असुरक्षयकाली, भद्र, महामारी, विष्टि, कालरात्रि नाम शामिल बा. एकरा अलावे बियाहल महिला भी एs मंत्र के जप कs सकेली। मंत्र बा – धन्या दधमुखी भद्रा महामारी खरानना। कालारात्रिर्महारुद्रा विष्टिश्च कुल पुत्रिका। भैरवी च महाकाली असुराणां क्षयन्करी। द्वादश्चैव तु नामानि प्रातरुत्थाय यः पठेत्। न च व्याधिर्भवैत तस्य रोगी रोगात्प्रमुच्यते। गृह्यः सर्वेनुकूला: स्यर्नु च विघ्रादि जायते।  एह मंत्र के जप से भद्र के अशुभ प्रभाव खतम हो जाला।

 

 

 

Tags :
dharm karamfestivalsKarwa ChauthKarwa Chauth 2024
Advertisement
Next Article