नेपाल में बारिश से बिहार में बाढ़, कोसी-गंडक के साथे गंगा के जलस्तर बढ़ल
तीन दिन से नेपाल में भारी बरखा हो रहल बा। शनिचर के दिने नेपाल आपन रिकार्ड पानी बिहार के कोसी आ गंडक नदी में भेज दिहलस। एह दुनो नदी में बाढ़ एक लाख लोग के घेर लिहलस। अब गंगा के जलस्तर बढ़े के आशंका बा। पटनो पs आफत बा।
शनिचर के रात 12 बजे नेपाल संभाग में इस्थित कोसी बैराज से छह लाख 17 हजार क्यूसेक पानी बढ़त क्रम में छोड़ल गइल। कोसी नदी के जलग्रहण क्षेत्र के नीचे बराह इलाका से रात के 12 बजे पांच लाख 82 हजार क्यूसेक पानी के निर्वहन दर्ज भइल बा। एकरा बाद सुपौल के कोसी के पूरबी आ पच्छिमी तटबंध के बीच में बसल आबादी वाला इलाका में बाढ़ के पानी फइलल शुरू हो गइल बा। इहाँ कोसी के उग्र स्वभाव से डेरा के लोग रात भर तटबंध प जुटल रहले। घर में लोग जागल रात बितवले। दूसर ओर तटबंध के कई बिंदु प पानी के दबाव बढ़ गइल बा। एकरा चलते जिला प्रशासन आ जल संसाधन विभाग के अधिकारी रात भs तटबंध प नजर राखत रहले आ बाढ़ से बचाव के काम करत रहले।
करीब 72 घंटा से नेपाल में भारी बरखा हो रहल बा। पड़ोसी राज्य के नदियन में बरखा के चलते जमा भइल करीब 11 लाख क्यूसेक पानी छोड़ दिहले बा। कोसी-गंडक बैराज से रिकार्ड पानी रिलीज के असर बिहार के 12 जिला तक पहुंच गइल बा। एक लाख से अधिका लोग बाढ़ से प्रभावित बा। एतवार के दिने एह जिलन में अउरी समस्या बढ़ सकेला। कोसी-गंडक से जुड़ल नदी के संगे-संगे गंगा के जलस्तर परेशानी के कारण बन जाई। पटना तक परेशानी में बा, काहे कि पुनपुन नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के चलते बाढ़ के पानी हजार से जादे घर तक पहुंच चुकल बा आ गंगा के पानी के स्तर फेर से बढ़ी तऽ समस्या हो जाई।