टेक्नोलॉजी
खेल | कब्बड्डीक्रिकेटफुटबॉलबैडमिंटनहॉकी
मनोरंजन | सीरियलसिनेमासंगीतशार्ट स्टोरीजवेब सीरीजवीडियोडॉक्यूमेंट्री
राजनीतिविविध
व्यापार | अर्थव्यवस्थाउधारडिजिटल मुद्रानिवेशपूंजीरियल एस्टेटशेयर बाजार
शासन-प्रशासन | अपराधकानूनदुर्घटनासामाजिक योजना
शिक्षा
लाइफस्टाइल | आयुर्वेदखानपानसेहतव्यायामरोग एवं उपचारयोगब्यूटी टिप्सघरेलू उपचार
फोटो स्टोरीपर्यटन स्थल
धरम-करम | राशिफलमान्यतात्यौहारतीर्थ स्थलअंधविश्वास
देस-बिदेस
साहित्य | उपन्यासकविताकहानी
स्पेशल स्टोरीबड़ी खबरें
Advertisement

बारिश में बढ़ल फंगल इंफेक्शन, त्वचा के अइसे रखी ख्याल... अस्पताल में बढ़ रहल मरीजन के संख्या बढ़वलस चिंता

09:54 AM Aug 09, 2024 IST | Sonu Kishor
Advertisement

लखनऊ में भइल बरखा के संगे संक्रमण के मरीज के संख्या में बढ़ोतरी भइल बा। अस्पताल के ओपीडी तक पहुंचे वाला मरीज चिंता बढ़ावतारे। सामान्य दिन के मुक़ाबले अस्पताल के ओपीडी में 30 प्रतिशत जादा मरीज आवे लागल बाड़े। संक्रमण से बचाव खातिर डॉक्टर त्वचा के ध्यान राखे के सलाह देले बाड़े।

Advertisement

उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ में बरखा के संगे बेमारी के खतरो बढ़ गइल बा। त्वचा से जुड़ल बेमारी के मामला सामने आ रहल बा। बरखा आ नमी के बीच फंगल संक्रमण के मामला तेजी से बढ़ रहल बा। बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु समेत बहुत अस्पताल में संक्रमण के मरीज के संख्या में 30 प्रतिशत के बढ़ोतरी भइल बा। डॉक्टर के मुताबिक नमी के चलते कपड़ा पs फंगस आ बैक्टीरिया बढ़ऽता, जवना के चलते लोग त्वचा के बेमारी के शिकार होखऽतारे।

सामान्य दिन में हर दिन बलरामपुर अस्पताल में फंगल संक्रमण के 360 से 400 मरीज आवेले। मानसून शुरू भइला के बाद एह मरीजन के संख्या पाँच सौ पार हो गइल बा। एही तरे आमतौर पs 300 के जगह 360 मरीज सिविल अस्पताल में आवत बाड़े आ करीब 300 मरीज 200 के जगह लोकबंधु अस्पताल में आवतारे। लोहिया इंस्टीट्यूट अउरी केजीएमयू में भी अइसन मरीज के संख्या में 10 से 20 प्रतिशत के बढ़ोतरी भइल बा।

बैक्टीरिया 25 हफ्ता तक जिंदा रह सकेला

बलरामपुर अस्पताल के त्वचा विशेषज्ञ डॉ. एमएच उस्मानी बतवले कि आजुकाल्हु ओपीडी में दाद, खुजली, नाखून संक्रमण आ माथा के त्वचा के संक्रमण के अधिका मामला सामने आवत बा। आमतौर पs संक्रमण गीला कपड़ा के माध्यम से फइल जाला। एकर बैक्टीरिया तौलि आ अंडरगारमेंट में करीब 25 सप्ताह तक जिंदा रह सकऽता। एकरा से बचे खातिर तौलि अउरी कपड़ा के सीधा धूप में 8 से 10 घंटा तक सुखावल जाव।

डॉक्टर उस्मानी के कहनाम बा कि सूरज के रोशनी में मौजूद यूवी किरण फंगस अउरी बैक्टीरिया के नष्ट कऽ देवेले। अगर सूरज के रोशनी ना होखे तऽ कपड़ा के 70 डिग्री सेल्सियस के गरम पानी में 45 मिनट तक धोईं भा प्रेस करीं।

स्टेरॉयड क्रीम से बचे के चाहीं

लोकबंधु अस्पताल के डॉ. विमल कहले कि फंगल संक्रमण से बचाव खातिर त्वचा के साफ अउरी सूखा राखे के चाही। एकरा अलावा तौलि अउरी जूता जइसन निजी चीज़ केहु अउरी के संगे मत साझा करीं। उ बतवले कि पैर के पसीना ना आवे खाती हवादार जूता पहिने के चाही। एतने ना, आमतौर पs लोग ए फंगस पs स्टेरॉयड क्रीम लगावेले, जवना से शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाला। एहसे फंगल संक्रमण के खतरा बेसी बढ़ जाला।

फंगल संक्रमण से बचे के चाहीं जइसे कि:

Tags :
BarishFungalhelathhelth newsInfectionKhabar Bhojpuri News
Advertisement
Next Article