Gallantry Awards: माई के आंख में लोर, पत्नी निशब्द...शहीद कुलभूषण मांटा के शौर्य चक्र, गोली लगला के बादो आतंकवादी के जिंदा पकड़ले रहन
Martyred Kulbhusan Manta: हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के कुलभूषण मंता महज 25 साल के उमिर में देश खातिर परम बलिदान दे दिहले। शहादत के समय उनकर एगो ढाई महीना के बेटा रहे।
बेटा के नाम लिहलते ही माई के आँख से लोर बहे लागल
आ उनका बगल में ठाढ़ शहीद के पत्नी निशब्द हो गइली। ऊ तs बस खड़ा होके सीधे टकटकी लगा के देखत बाड़ी, बीच-बीच में आँख झपकावत बाड़ी। चेहरा पर कवनो भाव नइखे। जइसे शून्य हो गइल होखे । नीतू के चेहरा देख के लागत बा कि ऊ अपना भावना पर पूरा तरह से काबू पावे के कोशिश करत बाड़ी। बाकी पति के शहादत के बाद ऊ भीतर से टूट गइल बाड़ी। हालांकि एह बहादुर बेटी के मन के भीतर का चलत रहे, ऊ खुद बता सकत रहली।
असल में ई तस्वीर नई दिल्ली से आइल बा। एहिजा हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के चौपाल के कुपवी के शहीद कुलभूषण मांटा के मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित कइल गइल। एह दौरान शहीद के महतारी आ पत्नी के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शुक्रवार के सांझ के शौर्य चक्र देके सम्मानित कइले।
सम्मान समारोह में जब शहीद कुलभूषण के नाम लिहल गइल तs माई के आंख में लोर बह गइल। एकरा संगे-संगे पत्नी नीतू भी ए दौरान उनका संगे मौजूद रहली। हालांकि चेहरा पs कवनो भाव ना लउकत रहे। उनकर तस्वीर देख के अंदाजा लगावल जा सकेला कि अपना पति के शहादत के बाद ऊ कतना टूट चुकल बाड़ी।
घायल होखला के बादो लड़ल रहले
अक्तूबर 2022 में जम्मू एवं कश्मीर के बारामुला में एनकाउंटर भइल। एह दौरान आतंकियों से मुठभेड़ में हिमाचल प्रदेश के शिमला के कुपवी के गांव गौंठ के कुलभूषण मांटा घायल हो गइले। उनकरा गोली लागल, बाकी ऊ घायल अवस्था में भी आतंकियों से लड़ते रहे आ एक आतंकी के उ जिंदा पकड़ले हालांकि, बाद में इलाज के दौरान उनकर मौत हो गइल। कुलभूषण महज 25 साल थे आ ऊ अपना माता पिता के इकलौता बेटा रहन । ऊ अपना पीछे मां, बहन, पत्नी आ बच्चा छोड़ गइले।