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Ganesh chaturthi : आजु से गणेश उत्सव सुरू, जानीं गणेश चतुर्थी के पूजा विधि

08:43 AM Sep 07, 2024 IST | Minee Upadhyay
ganesh chaturthi   आजु से गणेश उत्सव सुरू  जानीं गणेश चतुर्थी के पूजा विधि
गणेश चतुर्थी 2024:फोटो
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आजु से गणेश उत्सव शुरू हो गइल बा जवन अगिला दस दिन ले चलत रही.  एह दौरान बड़का-बड़का पंडाल में गणपति जी के मूर्ति खाली ना लगावल जाला, बल्कि घर-घर में भी उनकर पूजा होला आ गणपति जी के मूर्ति लगावल जाला। एह 10 दिन में लोग अलग-अलग तरीका से उनकर पूजा करेला, अइसन स्थिति में गणेश उत्सव (गणेश चतुर्थी पूजा विधि) में घर में कइसे पूजा कइल जा सकेला। हमनी के स्टेप बाई स्टेप तरीका बतावत बानी जा।

घर में भगवान गणेश जी के पूजा कईसे कईल जाला? 

- गणेश चतुर्थी के पूजा शुरू करे खातिर सबसे पहिले गणपति बप्पा के मूर्ति के घर में ले आवल जाव। रउआ अबकी बेर अपना घर में इको फ्रेंडली गणेश जी के मूर्ति लेके आ सकेनी।

- जब मूर्ति ले आईं तs भगवान गणेश के मूर्ति खातिर अगरबत्ती, धूप, आरती के थाली, सुपारी, पान के पत्ता अवुरी लाल कपड़ा तैयार राखी।

- एक बार जब भगवान के प्रतिमा आपके साथ होखे तs परिवार के कवनो सदस्य से कह दीं कि उs एक कटोरी चावल ले आवे।

- घर के भीतर ले आवे से पहिले मूर्ति पs चावल छिड़की। एकरा अलावे भगवान गणेश के मूर्ति के उनकरी जगह पs राखे से पहिले कुछ कच्चा चावल अवुरी एगो सुपारी, हल्दी, कुमकुम अभिल अवुरी दक्षिणा राखी।

गणेश चतुर्थी :फोटो
गणेश चतुर्थी :फोटो

भगवान गणेश जी के मूर्ति के एह तरह स्थापित करीं

- घर में भगवान गणेश के मूर्ति विराजित करे से पहिले लाल फूल, दूरवा, मोदक, नारियल, लाल चंदन, धूप आ अगरबत्ती जइसन सामग्री लेके आईं।

- भगवान गणेश के पूजा आरती थाली में रखल अगरबत्ती आ धूप जरा के शुरू होला, ओकरा बाद संदली के सामने सुपारी के पत्ता आ ओकरा ऊपर पान w के पत्ता रख के, ॐ गण गणपतये नमः के मंत्र के जप करीं।

- अब जहाँ भगवान गणेश के मूर्ति ठीक से विराजित करे के बा ओहिजा के साफ कs के ऊँच स्थान बनाईं भा चौकी राखीं. भगवान के आवाहन करे खातिर मंत्र जप के एगो साफ कपड़ा पसार के ओकरा पर भगवान गणेश के मूर्ति राखीं।

- एकरा बाद भगवान गणेश के दूर्वा के 21 पत्ता, मोदक आ लाल फूल चढ़ावल जाव, ओकरा बाद भगवान के माथा पs लाल चंदन के तिलक लगा के एगो नारियल चढ़ा के ओकरा के तोड़ला के बाद में प्रसाद के रूप में बाँटीं।

- एकरा अलावा गणपति जी के वाहक मूस खातिर कुछ तले अनाज रखे के मत भूलीं आ एह तरह से आप गणपति जी के मूर्ति के अपना घर में विराजित कs के 10 दिन ले पूरा मन आ भक्ति से उनुकर पूजा कs के आरती रोज सबेरे-सांझ के करीं।

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