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Gorakhpur News: 10 साल के खोज पूरा हो गइल, अमित घरे लवट गइले - सीमा पs गणित के समस्या के समाधान करत रहले; पूरा कहानी जान लीं

12:36 PM Aug 14, 2024 IST | Raj Nandani
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अमित बांग्लादेश के पश्चिम बंगाल सीमा के पेट्रापोल इलाका से मिलल बाड़े। अगर मीडिया के रिपोर्ट पर विश्वास कइल जाव तs ऊ फाटल पुरान कपड़ा में बरखा से भींजल माटी में एगो बिछौना के नीचे कुछ गणितीय समस्या के समाधान करत रहे। पास के लोग एकरा के संदिग्ध मान के पुलिस के सूचना देले। सूचना आ पुलिस पूछताछ में पाता चलल कि अमित उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिला के निवासी हवे। ओकरा बाद फोटो आ जानकारी के प्रसार भइल।

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बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच गोरखपुर के गामा प्रसाद के खुशी मिलल बा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक करीब 10 साल पहिले अचानक घर से लापता भइल ए लोग के बेटा अमित के वापस मिल गइल बाड़े। अमित बांग्लादेश के पश्चिम बंगाल सीमा के पेट्रापोल इलाका से मिलल बाड़े।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फाटल पुरान कपड़ा में एगो बिस्तर के नीचे ऊ बरखा से भींजल माटी में कुछ गणितीय समस्या के समाधान करत रहले। पास के लोग एकरा के संदिग्ध मान के पुलिस के सूचना देले।

सूचना पs पुलिस जब मौका पs पहुंचल तs ओ आदमी से बात कइलस आ ऊ माटी पs जवन गणितीय समस्या सुलझावत रहे, ओकरा के देख के हैरान हो गइल। पूछला पर पता चलल कि ऊ पहचान बतावे में असमर्थ रहले बाकिर गणितीय समस्या के समाधान के तरीका एकदम सही रहे।

पूछताछ के दौरान ऊ बतवले कि उनकर घर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बा। एकरा बाद स्थानीय पुलिस हैम रेडियो के मदद से उनका आ उनका फोटो के बारे में जानकारी प्रसारित कइलस आ नतीजा में अमित प्रसाद के बारे में जानकारी गोरखपुर में उनका परिवार तक पहुंचल। परिवार के सालों से चलल खोज भी पूरा हो गइल। सोमवार के गोरखपुर बडगो निवासी गामा प्रसाद गोरखपुर से पश्चिम बंगाल पहुंचले।

एह तरह से उनकर दस साल के खोज सावन के सोमवार के दिने पूरा हो गइल। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिता गामा प्रसाद कहले कि, स्कूल में छात्र के पढ़ावे के अलावे हमार बेटा कम से कम पांच पड़ोसी गांव के गरीब परिवार के 250 से जादे छात्र के गणित मुफ्त में पढ़ावत रहले।

गणित से उनकर प्रेम बचपन से शुरू भइल रहे आ ऊ जल्दी पढ़ावे लगले। बाद में ऊ मानसिक बेमारी से पीड़ित होके लापता हो गइले। हम बरिसन से ओकरा के खोजत रहनी। हम कबो ना सोचले रहनी कि एतना साल बाद ऊ जिंदा देखाई दिहे।

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