सबेरे- सबेरे: शुगर के मरीजन खातीर रामबाण हs एs फूल के जूस, किड़नी खातीर फायदेमंद बा एs पत्तई के रस
बदलत समय में देखल जा रहल बा कि लोग नर्सरी से अलग-अलग तरह के पेड़-पौधा खरीद के अपना घरे ले आवेला। ताकि इनकर घर के भव्यता के बढ़ावल जा सके। एह पेड़ आ पौधा सभ में कई गो औषधीय पौधा बाड़ें जिनहन के इस्तेमाल से बेमारी ठीक कइल जा सके ला। मधुमालती नमकीन बेल के भी एही तरह के जिक्र बा। जवना के इस्तेमाल से विभिन्न प्रकार के बेमारी ठीक हो सकेला।
मधुमालती बेल के पतई के बढ़िया से धो के ओकरा से काढ़ा बनावे के चाही। तs अगर एकरा से किडनी के कवनो प्रकार के समस्या होखे तs एकरा से छुटकारा पावे में इs काढ़ा बहुत उपयोगी होखेला। एकरा संगे अगर पेट समेत शरीर के भीतर कवनो प्रकार के बैक्टीरिया होखे तs जवना के चलते स्वास्थ्य के नुकसान हो रहल बा। तs ओह में भी एकर काढ़ा बहुत उपयोगी मानल जाला।
एs रस से डायबिटीज भी ठीक हो जाला
अगर मधुमालती बेल पs उगने वाला पतई के फूल के रस निकालला के बाद रोज इस्तेमाल कईल जाला। तs एकरा चलते बहुत प्रकार के समस्या बा जवना के सामना डायबिटीज के मरीज के होखेला। सब में राहत मिली। काहे कि शुगर के नियंत्रित करे में ई बहुत उपयोगी होला। एकरा संगे पुरुष चाहे महिला में कवनो प्रकार के कमजोरी से जुड़ल समस्या बा। एहसे उs लोग एकर रस के भी रोज सेवन कs सकतारे। एहसे शरीर के कमजोरी दूर करे में मदद मिली।
एकर इस्तेमाल अइसहीं करीं
अगर रउआ भी एकर इस्तेमाल बेमारी खातिर कइल चाहत बानी तs एकर पतई आ फूल के बढ़िया से धो लीं। एकरा बाद एकरा के रस भा काढ़ा के रूप में इस्तेमाल कईल जा सकता। एकरा से सर्दी अवुरी खांसी समेत अवुरी प्रकार के बेमारी से भी राहत मिलेला।