टेक्नोलॉजी
खेल | कब्बड्डीक्रिकेटफुटबॉलबैडमिंटनहॉकी
मनोरंजन | सीरियलसिनेमासंगीतशार्ट स्टोरीजवेब सीरीजवीडियोडॉक्यूमेंट्री
राजनीतिविविध
व्यापार | अर्थव्यवस्थाउधारडिजिटल मुद्रानिवेशपूंजीरियल एस्टेटशेयर बाजार
शासन-प्रशासन | अपराधकानूनदुर्घटनासामाजिक योजना
शिक्षा
लाइफस्टाइल | आयुर्वेदखानपानसेहतव्यायामरोग एवं उपचारयोगब्यूटी टिप्सघरेलू उपचार
फोटो स्टोरीपर्यटन स्थल
धरम-करम | राशिफलमान्यतात्यौहारतीर्थ स्थलअंधविश्वास
देस-बिदेस
साहित्य | उपन्यासकविताकहानी
स्पेशल स्टोरीबड़ी खबरें
Advertisement

सबेरे-सबेरे: दिन में गरमी आ रात में सरदी, बदलत मौसम में बीमार होखे से बचे खातीर एह बातन के रखी ध्यान

07:23 AM Mar 13, 2024 IST | Minee Upadhyay
Advertisement

 

Advertisement

सबेरे ठंडा हवा, दिन में गर्मी आ साँझ के फेर से ठंडा। ई बदलत मौसम रउरा के बेमार कs सकेला। कुछ सावधानी बरत के एकरा से बच सकेनी।

मौसम बदले लागल बा। हल्का गर्मी भी महसूस होखे लागल बा, लेकिन मौसम में बदलाव अवुरी रुक-रुक के बरखा के चलते अभी तक ठंडा के एहसास पूरा तरीका से खतम नईखे भईल। इहे कारण बा कि एs बदलत मौसम में लोग सर्दी, बोखार, शरीर में दर्द, सिरदर्द, आंख में जलन, पेट में दर्द, फ्लू अवुरी एक्जिमा जईसन बहुत बेमारी के शिकार होखे लागल बाड़े। एह मौसम में दमा के मरीजन के समस्या भी बढ़ जाला। जवना लोग के प्रतिरक्षा पहिले से कमजोर बा, ओ लोग के बेमारी के खतरा जादे होखेला। अइसना में बदलत मौसम के हिसाब से जीवनशैली में कुछ बदलाव करे के जरूरत बा।

बच्चा के मौसमी सब्जी आ फल जरूर खियाईं। जब भी बच्चा के दूध खियावेनी तs ओकरा में तनी हल्दी डाल दीं। एहसे प्रतिरक्षा बढ़ जाला। विटामिन सी वाला फल के अपना आहार में जरूर शामिल करीं। च्यवनप्राश औषधीय गुण से भरल होखेला, जवन कि बेमारी के दूर राखे में मदद करेला, एहसे बच्चा के एकरा के जरूर खियावे के चाही। बच्चा के पर्याप्त मात्रा में पानी पीये कहीं।

बच्चा के उमर के हिसाब से सभ टीका देत रहीं, ताकि बदलत मौसम के चलते ओकरा कवनो प्रकार के फ्लू ना लागे। अपना बच्चा के खांसी के समय मुंह ढंकल अवुरी बार-बार हाथ धोवे के सिखाईं, खास तौर पs खाना खाए से पहिले अवुरी खाए के बाद। अगर लइका-लइकी ओह लोग के आँख, नाक भा कान के छूवेलें तs ओकरा के मना करी। एकरा से संक्रमण फैल सकेला। बच्चा के आसपास के इलाका अवुरी चीज़ के साफ करत रहीं, काहेंकी एकरा माध्यम से भी संक्रमण फैल सकता। ओकरा पर्याप्त नींद आवे दीं जेहसे कि ऊ आराम से रह जाव आ बेमार होखे के संभावना कम होखे।

महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज झांसी के सहायक प्राध्यापक डॉ. अनुकृति सिंह के कहनाम बा कि, मौसम में बहुत तेजी से बदलाव होखता, एहसे हमनी के स्वास्थ्य के विशेष ध्यान राखे के चाही। हमनी के अब गरम कपड़ा पहिरल ना छोड़े के चाही, काहेंकी एs मौसम में ठंडा होखे के सबसे जादा खतरा होखेला। हमनी के खानपान के खास ध्यान राखे के चाही। पौष्टिक भोजन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेला अवुरी हमनी के बेमार होखे से बचावेला।

ठंडा आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक अवुरी बाहर के खाना से परहेज करे के चाही। एकरा से रउरा बेमार हो सकेनी। एह मौसम में लइकन के भी देखभाल करीं। जे लोग सर्दी अवुरी खांसी से पीड़ित बाड़े, एहसे उनुका के सिर्फ घर के बनावल ताजा खाना देवे के चाही। फास्ट फूड देवे से बची। अपना आहार में मौसमी फल अवुरी सब्जी के सेवन जरूर करीं। पर्याप्त मात्रा में पानी पीये के चाहीं। आप सबेरे अवुरी सांझ के गुनगुना पानी के सेवन भी कs सकतानी। लइकन भा बुजुर्ग लोग के एह समय अपना के अतिरिक्त देखभाल करे के चाहीं। बाहर निकले से पहिले मास्क आ गमछा के इस्तेमाल करीं। श्वसन के मरीज के घर से बाहर निकलत घरी सावधानी बरते के चाही, काहेंकी एs समय संक्रमण के खतरा सबसे जादा होखेला।

 

 

 

Tags :
HealthHealth Newshealth news in BhojpuriHealth TipsIncreasing diseases in changing weatherKhabar Bhojpuri NewsLifestyle Newslifestyle news in bhojpuri
Advertisement
Next Article