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India-Iran News: 'पाबंदी लगा देब...', भारत आ ईरान के बीच चाबहार समझौते पऽ तिलमिलाया अमेरिका; दे देलस ई धमकी

10:57 AM May 14, 2024 IST | Sonu Kishor
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India-Iran Chabahar Deal चाबहार पोर्ट ( Chabahar Port) के प्रबंधन के दस बरिस के ठेका भारत के मिल गइल बा। चाबहार बंदरगाह के संचालित करे खातिर 10 साल के अनुबंध पs हस्ताक्षर करे से अमेरिका आग-बबूला हो उठल बा। अमेरिका कहलस कि कवनो देश जवन ईरान के साथे व्यापार सौदा के अंजाम दे रहल बा ओकरा के संभावित सेंक्शन (प्रतिबंध) खातिर तैयार रहे के चाही।

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अमेरिका के ई इशारा भारत खातिर रहे। अनुबंध के कुछ घंटा के बादही अमेरिका भारत के खिलाफ सैंक्शन लगावे के धमकी दे देलस।

ईरान के साथे व्यापार करे वाले देशन के अमेरिका के धमकी

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल भारत-ईरान डील के लेके पूछल गइल सवाल के जवाब में उऽ कहले कि कवनो देश जवन ईरान के साथे व्यापार सौदा के अंजाम दे रहल बा, उनका के संभावित सेंक्शन (प्रतिबंध) खातिर तैयार रहे के चाही।

'भारत के अपना विदेश नीति पऽ आपन बात राखे के पूरा हक'

हालांकि, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल इहो कहले कि भारत सरकार के विदेश नीति पs आपन बात राखे के पूरा हक बा।

वेदांत पटेल आगे कहले कि भारत आ ईरान के बीच भइल चाबहार बंदरगाह के लेके समझौता से अमेरिका अवगत बा, हालांकि, भारत के अपना विदेश नीति के फैसला पs आपन बात राखे के पूरा हक बा। उऽ आगे कहले, "हम बस इहे कहब कि ईरान पs अमेरिकी प्रतिबंध लागू रही आ हम ओकरा के हमनी लागू रखब।"

आईपीजीएल आ पीएमओ के बीच भइल समझौता

सोमार के ईरान में इंडियो पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड (आईपीजीएल) पो‌र्ट्स एंड मैरिटाइम आर्गेनाइजेशन ऑफ ईरान (पीएमओ) के बीचे समझौता भइल। देश में आम चुनाव प्रक्रिया जारी रहला के बावजूद भारत के शिपिंग आ पोर्ट मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के उहाँ गइल बतावत बा कि भारत एह परियोजना के कतना महत्व देत बा।

अमेरिका आ ईरान आमने-सामने

भारत ईरान के साथे ई समझौता तब कइले बा जब अमेरिका आ ईरान के संबंध लगातार तनावपूर्ण बनल बा। चाबहार पोर्ट के लेके अमेरिका के रवैया वइसे कुछ नरम रहऽता काहेकि भारत के ओर से ई तर्क दिहल जाला कि ई पोर्ट चीन के बढ़त प्रभुत्व के जवाब हो सकत बा। बता दी कि पहिला बेर कवनो भारतीय कंपनी के दूसरका देश में बंदरगाह प्रबंधन करे के मौका मिल रहल बा। अबही ई ठेका 10 बरिस के बा बाकिर ओकरा के आगे फेर बढ़ावल जा सकत बा। ई भारत के सीमा के लगे सबसे नजदीकी पोर्टो बा।

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