जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज लिहले समाधि, पीएम मोदी जतवले शोक
जैन धर्म में दिगंबर मुनि परम्परा के आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज आपन देह त्याग देले बाड़े। उs शनिचर (17 फरवरी) के रात में सबेरे 2:35 बजे छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ स्थित चन्द्रगिरि तीर्थ में समाधि लेले। एकरा से पहिले उs आचार्य पद से इस्तीफा देले रहले अवुरी तीन दिन ले व्रत अवुरी मौन के पालन कईले रहले। तीन दिन ले व्रत रखला के बाद उs आपन देह त्याग देले बाड़े।
पीएम मोदी जतवले दुख
आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जी का ब्रह्मलीन होना देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। लोगों में आध्यात्मिक जागृति के लिए उनके बहुमूल्य प्रयास सदैव स्मरण किए जाएंगे। वे जीवनपर्यंत गरीबी उन्मूलन के साथ-साथ समाज में स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने में जुटे रहे। यह मेरा… pic.twitter.com/mvJJPbiiwM
— Narendra Modi (@narendramodi) February 18, 2024
समाधि के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संवेदना जतवले। पीएम मोदी अपना सोशल मीडिया अकाउंट पs लिखले कि, "आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के ब्रह्मलीन होखल देश खातीर अपूरणीय क्षति बा। जनता के बीच आध्यात्मिक जागरण खातीर उनुकर बहुमूल्य प्रयास हमेशा याद राखल जाई। उनुकर जीवन भर गरीबी उन्मूलन से जुड़ल रहे।" .समाज में स्वास्थ्य आ शिक्षा के बढ़ावा देवे में भी जुटल रहले।
पीएम मोदी कहले कि हमार सौभाग्य बा कि उनुकर आशीर्वाद मिलत रहेला। पिछला साल छत्तीसगढ़ के चंद्रगिरी जैन मंदिर में उनुका से हमार मुलाकात हमरा खातिर अविस्मरणीय बा। तब आचार्य जी से बहुत प्यार आ आशीर्वाद मिलल रहे। समाज में उनकर बेजोड़ योगदान देश के हर पीढ़ी के प्रेरित करत रही।