Jio के AI सर्विस Jio Brain लॉन्च, जानीं एह सर्विस के बारे में…
टेक्नोलॉजी : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पs काम पूरा दुनिया में हो रहल बा अवुरी इs तेजी से हमनी के रोजमर्रा के दिनचर्या के हिस्सा बन रहल बा। एकरा के ध्यान में राखत जियो प्लेटफॉर्म एगो नाया 5जी इंटीग्रेटेड मशीन लर्निंग अवुरी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ‘जियो-ब्रेन’ लॉन्च कईले बिया।
जियो ब्रेन का होला?
जियोब्रेन एगो एकीकृत मशीन लर्निंग प्लेटफॉर्म उपलब्ध करावेला। ईs हर तरह के उद्योग आ व्यवसाय खातिर बा। जियो ब्रेन प्लेटफॉर्म में कंपनी के मौजूदा नेटवर्क से जुड़ के आसानी से काम करे के क्षमता बा। खास बात ईs बा कि एकर इस्तेमाल करे खातिर कंपनी के आपन मौजूदा नेटवर्क बदले के जरूरत नइखे। चाहे ऊ दूरसंचार नेटवर्क होखे, एंटरप्राइज नेटवर्क होखे भा कवनो तरह के आईटी नेटवर्क जियो ब्रेन हर प्रकार के नेटवर्क से जुड़ के काम कs सकता।
दू साल में कइल गइल प्रयास के नतीजा
जियो के मुताबिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस इs स्पेशल टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म पछिला दु साल में हजारों इंजीनियर के प्रयास के नतीजा हs। जियो ब्रेन में 500 से जादा ऐप दिहल गईल बा, जवना में एडवांस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फीचर बा, जवना से फोटो, वीडियो, टेक्स्ट, डॉक्यूमेंट अवुरी बहुत कुछ देखे जईसन काम आसान हो जाई। एकरा अलावे जियो के एs नाया एआई प्लेटफॉर्म जियो ब्रेन पs इन-बिल्ट एआई एल्गोरिदम जईसन स्पेशल फीचर भी उपलब्ध बा।
कंपनी के का दावा बा?
कंपनी के दावा बा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस इs अभिनव प्लेटफॉर्म सैकड़ों इंजीनियर के प्रयास अवुरी दु साल के शोध के बाद विकसित भईल बा। जियो ब्रेन प्लेटफॉर्म पs इन-बिल्ट एआई एल्गोरिदम जईसन फीचर भी मौजूद बा।
जियो ब्रेन कईसे काम करी?
जियो ब्रेन में इमेज, वीडियो, टेक्स्ट, डॉक्यूमेंट खातिर एडवांस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फीचर बा। एकरा संगे इन-बिल्ट एआई एल्गोरिदम जईसन फीचर भी उपलब्ध बा। कंपनी के दावा बा कि जियो प्लेटफॉर्म 5जी अवुरी 6जी उत्पाद खातीर गेम चेंजर साबित हो सकता। जियो के कहनाम बा कि जियो ब्रेन इंडस्ट्री में बदलाव अवुरी नेटवर्क के ऑप्टिमाइजेशन में मदद करी। एकरा अलावे 6जी डेवलपमेंट खातीर प्लेटफार्म तइयार कईल जाई।
मशीन लर्निंग के कs सकब कस्टमाइज
हमनी के बता दीं कि जियो ब्रेन एगो लार्ज लैंगेज मॉडल सेवा देवेला, जवना के इस्तेमाल अलग-अलग इंडस्ट्री के कंपनी जेनरेटिव एआई फीचर के फायदा उठावे खातीर कs सकतारी। जियोब्रेन में 500 REST एपीआई के संगे डेटा एपीआई भी बा, जवना के मदद से कंपनी अपना जरूरत के मुताबिक मशीन लर्निंग सेवा के आसानी से कस्टमाइज कs सकेली।