बिहार के पॉलिटिक्स में कुशवाहा बने हॉटकेक, NDA में उपेंद्र के तs RJD में अभय के लॉटरी
Kushwaha voters in Bihar politics: बिहार के राजनीति में कुशवाहा मतदाता सब बड़ राजनीतिक दल के पसंदीदा बनल रहेला। सहयोगी भाजपा के अलावे विपक्षी दल राजद भी नीतीश कुमार के वफादार मानल जाए वाला कुशवाहा मतदाता में घुसे के कोशिश करतिया। राजद जहां लोकसभा में अभय कुशवाहा के पार्टी के नेता चुनले बिया, उहें एनडीए खेमा उपेंद्र कुशवाहा के राज्यसभा में भेजे के तैयारी में जुटल बा।
हाइलाइट
- बिहार के राजनीति में कुशवाहा समुदाय के अहम भूमिका बा।
- भाजपा उपेंद्र कुशवाहा के राज्यसभा भेजे के तइयारी कइले बिया ।
- भाजपा कुशवाहा नेता के महत्वपूर्ण पद प ले आवे के फैसला कईले बिया।
- राजद लोकसभा में अभय कुशवाहा के नेता नियुक्त कइले बिया ।
- कुशवाहा मतदाता नीतीश कुमार से नाराज लउकत बाड़े
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहिले कुशवाहा मतदाता राज्य के राजनीति में सभ बड़ राजनीतिक दल के केंद्र बिंदु बनल बाड़े। सत्ताधारी गठबंधन आ विपक्ष दुनो राज्य के 4.2% आबादी वाला कुशवाहा समुदाय के लुभावे के कोशिश करतारे। चुनाव में टिकट बंटवारा से लेके पार्टी में महत्वपूर्ण पद मिले तक कुशवाहा के नेता लोग के विशेष ध्यान दिहल जाता। जदयू बिहार के एकमात्र एमएलसी सीट पs पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह कुशवाहा के आपन उम्मीदवार बना देले बिया। संभावना बा कि ऊ दू जुलाई के नामांकन पत्र दाखिल करस ।
उपेन्द्र कुशवाहा के राज्यसभा भेजे के तैयारी
चर्चा होखता कि सत्ताधारी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के भीतर भइल समझौता के तहत भाजपा के महासचिव आ बिहार प्रभारी विनोद तावडे उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में राष्ट्रीय लोक मोर्चा के ई सीट देवे के बात कइले रहले। लोकसभा चुनाव में करकत से कुशवाहा हार गइल बा आ बिहार भाजपा के नेता लोग के एगो तबका पार्टी ओकरा के राज्यसभा में भेजे के मांग करत बा ।
मामिला के जानकारी राखे वाला लोग हमनी के एसोसिएट वेबसाइट इकोनॉमिक्स टाइम्स से बतवले कि बिहार में दु सीट खाली होखला के चलते भाजपा कुशवाहा के राज्यसभा भेजे खातीर तैयार बिया। पार्टी पहिलही कुशवाहा के एगो आ नेता सम्राट चौधरी के प्रदेश अध्यक्ष आ उपमुख्यमंत्री बना चुकल बिया।
राजद लोकसभा में उमेश कुशवाहा के नेता बनवले बिया
विपक्षी दल राजद औरंगाबाद से पहिला बेर सांसद अभय कुशवाहा के लोकसभा में आपन नेता नियुक्त कइले बिया । लुव-कुश जाति समुदाय पछिला 20 साल से परंपरागत रूप से जदयू नेता नीतीश कुमार के समर्थन करत आइल बा। हालांकि हाल के लोकसभा चुनाव में ई बात बदल गइल, जब विपक्षी गठबंधन नीतीश कुमार के लुव-कुश वोटबैंक में बड़ गड़बड़ी कs देलस।
बदलल हालात में राजद के नेतृत्व वाला विपक्ष जदयू के कुशवाहा समर्थन आधार के आ कम कइल चाहता, जवना के चलते सत्ताधारी दल खातीर अपना कोर मतदाता के बरकरार राखल चुनौती बन जाई।
इंडिया ब्लॉक के ओर से उतारल गइल सात कुशवाहा उम्मीदवार में से दुगो चुनाव जीतले आ बाकी पांच उम्मीदवार 2019 के आम चुनाव के मुक़ाबले एनडीए के उम्मीदवार के जीत के अंतर कम कs देले। एह से पूरा राजनीतिक दायरा में समुदाय पर अधिका ध्यान दिहल सुनिश्चित भइल ।