गोरखपुर के हवा भइल प्रदूषित: वायुमंडल में जमल बा धूल...गलती से भी मत करीं मार्निंग वॉक
शहर में सिक्सलेन, फोरलेन, फ्लाईओवर समेत करीब आधा दर्जन निर्माण कार्य चल रहल बा। एह जगहन पs माटी भरल, खोदे आ अउरी काम के चलते बहुत धूल उड़ रहल बा। निर्माण स्थल के संगे स्थानीयता में भी हवा के गुणवत्ता खराब होखता।शहर में पैडलेगंज से नौसड़ ले सिक्सलेन रोड आ टीपी नगर से देवरिया बाईपास ले फ्लाईओवर के निर्माण के काम चल रहल बा। पानी के छिड़काव ना होखला के चलते ना सिर्फ पैदल चलेवाला लोग धूल से परेशान बाड़े बालुक ट्रैफिक पुलिस के भी बहुत असुविधा के सामना करे के पड़ता।
विशेषज्ञ के राय
जाड़ा के मौसम आ रहल बा। हवा में महीन धूल के कण के संख्या बढ़ रहल बा। हवा में धुंध आ कोहरा के असर धीरे-धीरे बढ़ी। एह मौसम में हवा में नमी बढ़ जाला। धूल के महीन कण एक साथ चिपक जाला। एही चलते वायु प्रदूषण बढ़ जाला। अइसना में टहले जाए वाला लोग के भी सावधान रहे के पड़ी।
श्वसन आ दिल के मरीजन के सबेरे टहलला से परहेज करे के चाहीं।
जाड़ा में शारीरिक परिश्रम कम होखे के चलते नस भी ढील हो जाला। अइसना में अचानक ठंडा भा गर्मी के चलते ओहमें खून के बहाव बढ़ जाला जवना के चलते ब्लड प्रेशर अवुरी हार्ट अटैक के मामिला बढ़ जाला। एह घरी धूल अउरी बा। एह समय सबेरे के टहलले से परहेज कईल सबसे निमन बा। सूरज उगला के बाद घर से निकल जाइ। समस्या तब कम हो जाला जब पर्यावरण सामान्य होला।
नाक-मुँह ढंक के घर से निकली
निर्माण कार्य के अलावे घर के सफाई अवुरी रंगाई-पोताई के दौरान हवा में बहुत नुकसानदेह कण उड़तारे, जवना के चलते दमा के मरीज के समस्या के सामना करे के पड़ेला। धूल के कण के चलते सामान्य आदमी के भी खांसी अवुरी एलर्जी हो सकता। एहसे अयीसन मौसम में सबसे निमन विकल्प बा कि नाक अवुरी मुंह के ढंक के घर से बहरी निकलल जाए। दमा के मरीज खातिर धूल अवुरी धुआं से दूर रही, साफ-सफाई अपनावे अवुरी आपन नियमित दवाई अवुरी इनहेलर के इस्तेमाल कईल जरूरी बा। अगर रउरा नियमित रूप से चले के आदत बा तs कोशिश करीं कि जहाँ धूल उड़त होखे ओहिजा मत जाईं।
धूल के कण के चलते कांजेक्टिवाइटिस फइल सकेला
ए समय आंख के सुरक्षा के लेके विशेष सावधानी बरते के जरूरत बा।काहे कि धूल के कण आंख में घुस के एलर्जी पैदा कs सकता, जवना के चलते कांजेक्टिवाइटिस के खतरा होखेला। बाइक चलावत घरी चश्मा भा हेलमेट के सीसा नीचे राखीं। भले ही आप पैदल जा रहल बानी, लेकिन धूल अवुरी धुआं से आंख के जरूर बचाई। ए समय हवा में बहुत नुकसानदेह कण उड़त रहेला, एहसे हमनी के अपना के बचावे के पड़ेला।
इ समस्या पैदा हो सकता
*आँख में खुजली भा लाली आवल।
*बार-बार छींक आवल।
*नाक बहल।
*खांसी के समस्या।
*साँस लेत घरी घरघराहट के आवाज।
*त्वचा पs खुजली महसूस होखे लागल।
*छाती में जकड़न के एहसास होला
*साँस लेवे में परेशानी।
*गला में खराश।
रोकथाम के तरीका
*गहरे रंग के चश्मा आ मास्क पहिन के बाहर निकलीं।
*घर पहुंचला के बाद ठंडा पानी से आंख धो लीं।
*सूर्योदय के बाद मॉर्निंग वॉक पs जाइ।
*रोज कपड़ा धोइ।