लोकसभा चुनाव से पहिले मायावती के बड़ झटका, ई दिग्गज नेता बीएसपी से दिहले इस्तीफा
Loksabha election: लोकसभा चुनाव से पहिले मायावती के बड़ झटका लागल बा। बिजनौर से सांसद मलूक नागर बीएसपी से इस्तीफा दे देले बाड़े। पार्टी अबकि बार बिजनौर सीट से नागर के टिकट काट के चौधरी ब्रिजेंद्र सिंह के उम्मीदवार बनवले बा। मलूक नागर के पहिलही बसपा छोड़े के खबर आई रहे बाकिर बिजनौर से टिकट कटला के बाद उऽ अब आपन इस्तीफा मायावती के भेज देले बाड़े।
सांसद मलूक नागर एक्स पऽ जानकारी देत लिखले,
''मौजूदा हालातों आ राजनीतिक माहौल के देख के, आज हम, हमरा बड़ भाई श्री लखीराम नागर, (पूर्व मंत्री, उ.प्र. सरकार), हमार धर्मपत्नी श्रीमती सुधा नागर, (पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष) हमनी सब आदमी, बहुजन समाज पार्टी के छोड़ रहल बानी सन।''
सांसद मायावती के नावे लिखले पत्र
सांसद बसपा प्रमुख मायावती के नावे एगो आउर पत्र में लिखले, '' हमनी के परिवार करीब पिछला 39 बरिस से लगातार कांग्रेस आ बसपा के ओर से कई बार ब्लॉक प्रमुख आ कई बेर चेयरमैन जिला परिषद/अध्यक्ष जिला पंचायत आ कई बेर विधायक (M.L.A/M.L.C) आ उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आ देश में सांसद लगातार रहत आ रहल बाड़े, ई करीब 39 बरिसन में पहिला बेर अइसन भइल कि हम बिधायको ना लड़ पवनी आ सांसदो नइखी लड़ पावत।
हम दिसंबंर 2006 में रऊआ आशीर्वाद से बसपा पार्टी के सदस्यता ग्रहण कइले रही, रऊआ आशीर्वाद से हम कई हो पद पऽ रहनी, एकरा खातिर हम हमेशा राउर आभारी रहब, हमरा परिवार के राजनीतिक हैसियत आ सामाजिक हैसियत भा देश स्तर पर पहचान वाला कवनो व्यक्ति नइखे जे हमनी खानी लंबा समय खातिर बसपा पार्टी में रहल होखे, ओकरा के कुछ साल में बसपा पार्टी द्वारा निकाल दिहल गइल भा उऽ खुद बसपा पार्टी छोड़ के चल जाला। हम दावा से कह सकत बानी कि बसपा पार्टी में हम आ हमार परिवार लंबे समय तक कतना बेर उतार-चढाव देखला के बादो बसपा पार्टी रहनी सन।
हम 2019 में जब बिजनौर लोकसभा से बसपा, सपा, आरएलडी के साथे उम्मीदवार के रूप में सांसद बननी, तऽ रऊआ हमरा के सदन में उपनेता भी बनवनी, पिछला पांच सालों में, हम हमेशा किसानन, दलितन, पिछड़न, गरीबन, मजदूरन के लड़ाई लड़नी, हम लोकसभा में 864 मुदा के उठवनी, भा ई कही कि 17वीं लोकसभा में सबसे अधिक मुद्दन के उठवनी। हम बाबा अंबेडकर साहब, कांशीराम साहब आ चौधरी चरण सिंह आ सब जाति धर्म में जन्मल महापुरुषन के आवाजो उठवनी । बिजनौर लोकसभा आ पूरा देश के हर हिस्सा में किसानन, दलितन, पिछड़न, गरीबन के आवाज संसद में उठवनी। आज के परिवेश आ कई राजनीतिक कारनन से हम आज बसपा पार्टी के सदस्यता से इस्तीफा देत बानी।