जयपुर में रहस्यमयी खांसी बढ़वलस चिंता: रोज आवता 700 केस, डॉक्टर कहलें - केस आउर बढ़ी
जयपुर
राजस्थान के लोग मौसमी बीमारियन के साथे रहस्यमयी खांसी के चपेट में आवल सुरु गो गइल बा। बोखार, देह में दरद, गरा में खराश के चपेट में आवे से मरीजन के बोखार ठीक होखला के बाद तेज खांसी हो रहल बा। ई खांसी 15 से 20 दिन के अंतराल में बाड़ा मुश्किल से ठीक होता। तेज खांसी के चलते मरीजन के सीना में, हड्डियन में दरद सुरु हो गइल बा। उहे, कुछ मरीज लो के खाँसे के दौरान उल्टियों होता। ई खांसी कवना वायरस के चलते होता, एकर अबहीं ले पहचान नइखे कइल गइल।
जयपुर एसएमएस मेडिकल कॉलेज में जनरल मेडिसिन डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉ. पुनीत सक्सेना बतवले कि ए घरी ओपीडी में उनका लगे जतना मरीज लो बोखार - गला में खराश के शिकायत लेके पहुंच रहल बा, ओमें से 10 में से 3 गो मरीज में अइसन देखे के मिल रहलऽ बा। उऽ बतवले कि अइसे मरीजन में बोखार - जोखाम तऽ 4-5 दिन में ठीक हो जाता। ओकरा बाद सूखा खांसी चलल शुरू हो रहल बा। जवन दू भा ओसे जादे हफ्ता ले ठीक नइखे होत।
डॉक्टर सक्सेना बतवले - आमतौर पऽ सरदी से गरमी भा गरमी से सरदी के सीजन आवे पऽ मौसमी बीमारियन से जूझत मरीजन में जादेतर मामले H3N2 आ ओकरा से मिलते अपर रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (URI), एडिनोवायरस, पैरा इन्फ्लूएंजा वायरस के होला। बाकिर अब जवन मरीज मिल रहल बा, ओमें ए तरह के वायरस डिटेक्ट नइखे होत।
कोविड आ दोसर कवनो वायरस के रिपोटो नेगेटिव आ रहल बा
ए मरीजन के कोविड समेत दूसर कॉमन वायरस के जांच रिपोट नेगेटिव आ रहल बा। उऽ बतवले कि आमतौर पऽ कॉमन वायरस के केस में मरीज के एक से डेढ़ हफ्ता में खांसी ठीक होखे लागेला। बाकिर अब जवन केस आ रहल बा ओमें खांसी अतना जबरदस्त बा कि मरीजन के पसलियन आ छाती में दरद सुरु होखला के साथे खांसत-खांसत उल्टियों होखे लागऽता।
आगे आउर केस बढ़ सकऽता
डॉ. सक्सेना बतावले कि जइसे - जइसे अब दिन गरम होखे लागी। वइसे - वइसे खांसी, बुखार के मरीजन के संख्या में बढ़ोतरी होखी। ए बीच अइसन खांसी वाला मरीजन के संख्या में आउर बढ़ोतरी हो सकऽता। उऽ इहो बतवले हऽ कि अबहीं ए मरीजन के एडमिट करे के जरूरत नइखे पड़त, काहेंकी मरिजन के फेफरो में कवनो ढेर बड़ इंफेक्शन डिटेक्ट नइखे हो पावत।