Maa Shailputri: नवरात्रि के पहिला दिन माई शैलपुत्री के आराधना
आज शारदीय नवरात्र के प्रतिपदा तिथि हऽ। आज के दिन कलश स्थापना कइल जाला। नौ दिनों तक माई दुर्गा के अलग-अलग स्वरूप के उपासना कइल जाल। माई दुर्गा के पूजा करे से हर मनोकामना पूरा होला। एकरा साथ ही घर में सुख आ समृद्धि बरसेला। शारदीय नवरात्रि के पहिला दिन कलश स्थापना पs 3 दुर्लभ एवं शुभ योग का निर्माण हो रहल बा। एह योग में जगत के देवी माई दुर्गा के पूजा करे से साधक के अक्षय फल के प्राप्ति होई। नवरात्रि के पहिला दिन मां शैलपुत्री के आराधना होला। धार्मिक मान्यता के अनुसार माई शैलपुत्री हिमालयराज के पुत्री हई।
माई शैलपुत्री के स्वरूप
देवी शैलपुत्री वृषभ पs सवार बाड़ी। माई श्वेत रंग के वस्त्र धारण कइले बाड़ी। माई के दहिना हाथ में त्रिशूल आ बाएं हाथ में कमल के फूल होला। माई के इ रूप सौम्यता, करुणा, स्नेह आ धैर्य के दर्शावेला। मान्यता बा कि माई शैलपुत्री के पूजा करे से व्यक्ति के सुख-समृद्धि के प्राप्ति होला। शास्त्रन के अनुसार माई शैलपुत्री चंद्रमा के दर्शावेली। माई दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप के आराधना कइला से चंद्र दोष से मुक्तियो मिलेला।।