NEET UG Paper Leak: पेपर लीक में 3 अरब के हेर - फेर करत माफिया, नीतीश कुमार के ओर से खुलल कई गो राज...
NEET UG Paper Leak: सूत्रन के मानल जाव तऽ प्रारंभिक पूछताछ में नीतीश बतवले रहले कि वह फरार रॉकी के कारिंदा हउअन, उनकर काम अभ्यर्थियन तले प्रश्नपत्र आ उत्तर पहुंचावे आ उनका लोग के सुरक्षित स्थान पs रटवावल रहे। खेमनीचक के अलावा राजधानी पटना में 30-35 स्थानन पs अभ्यर्थियन के राख के प्रश्नपत्र आ उत्तर रटवावल जात रहे। सब अवैध सेंटरन पs उनका जइसन आउर प्यादन के रॉकी रखले रहे।
NEET UG Paper Leak 2024 नीट (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) यूजी (अंडर ग्रेजुएट) पेपर लीक कऽ के माफिया पटना से तीन अरब के कारोबार करे वाला रहले। हालांकि, एक साथे बिहार आ झारखंड में भइल ताबड़तोड़ कार्रवाई ओहनी के माँसा पs पानी फेर देलस।।
अभियुक्तन के जेल भेजला के बाद पटना पुलिस अब लेन-देन के ब्योरा निकालत बिया। मानल जा रहल बा कि माफिया अभ्यर्थियन से सौदा के पूरा रकम ना वसूल पवले होइहे, बाकिर मोटी रकम के असुलियो से इनकार नइखे कइल जा सकत।
आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के टीमो शास्त्री नगर थाना में अभियुक्तन से पूछताछ कइले रहे। फिलहाल, पुलिस एह मामला में अधिक जानकारी नइखे देत। एसएसपी राजीव मिश्रा के कहनाम बा कि जांच अबही पूरा नइखे भइल। अनुसंधान पूरा होखे तक निष्कर्ष पs नइखे पहुंचल जा सकत।
बतावल गइल कि गिरफ्तार गया जिला के सरवदहा निवासी नीतीश कुमार (32) एही बरिस बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) द्वारा आयोजित शिक्षक बहाली के प्रश्नपत्र लीक करे के मामला में जेल गइल रहे। नीतीश के आर्थिक अपराध के टीम गिरफ्तार कऽ के जेल भेजले रहे। हालांकि, बाद में ओकरा जमानत मिल गइल रहे।
नीतीश खोललस कई गो राज
सूत्रन के मानल जाव तऽ प्रारंभिक पूछताछ में नीतीश बतवले रहले कि वह फरार रॉकी के कारिंदा हउअन, उनकर काम अभ्यर्थियन तले प्रश्नपत्र आ उत्तर पहुंचावे आ उनका लोग के सुरक्षित स्थान पs रटवावल रहे। खेमनीचक के अलावा राजधानी पटना में 30-35 स्थानन पs अभ्यर्थियन के राख के प्रश्नपत्र आ उत्तर रटवावल जात रहे। सब अवैध सेंटरन पs उनका जइसन आउर प्यादन के रॉकी रखले रहे।
रॉकी, नालंदा के नगरनौसा निवासी संजीव सिंह के दाहिना हाथ बतावल जाला। एने, गिरफ्तार अभ्यर्थी आयुष राज बतवले रहले कि खेमनीचक ब्वायज हास्टल में उनका खानी 20-25 अभ्यर्थी प्रश्नपत्र आ उत्तर रटत रहले। अभ्यर्थियन के माता-पिता आ दानापुर नगर परिषद के कनीय अभियंता सिकंदर प्रसाद यादवेंदु गिरफ्तारी उपरांत बतवले कि प्रति अभ्यर्थी 40 लाख रूपिया में सौदा तय भइल रहे।
तीन अरब के कारोबार
अइसन में मानल जा रहल बा कि औसतन तीन अरब के अवैध कारोबार करे वाला रहले। गिरोह के अपराध शैली के बारे में पुलिस के पता चलल कि प्रश्नपत्र शत-प्रतिशत मिलने के बादे सौदा के रकम लिहल जाला। एकरा से पहिले कुछ रूपिया लिहल जाला। कई गो अभ्यर्थियन से अग्रिम राशियो ना लिहल गइल रहे। एकरा बदले में उनका लोग के मूल शैक्षणिक प्रमाणपत्र आ पोस्ट डेटेड चेक लिहल जात रहे।
पुलिस के कार्रवाई शुरू होखते संजीव सिंह आ राकी भाग गइले। साथही कई गो अभ्यर्थीयन पकड़ा गइले।। एही चलते पुलिस मान रहल बिया कि पूरा रकम के वसूली नइखे हो पाइल। अभ्यर्थियन के गिरफ्तार अभिभावकन आ माफिया से जब्त मोबाइल के सूक्ष्म विश्लेषण कइल जा रहल बा।
सूत्र बतावत बा कि एगो चेक पुलिस के मिलल रहे, जवना पs तिथि अंकित ना रहे। ओकरा पs हस्ताक्षर कइल गइल रहे आ 40 लाख रुपये लिखल रहे। हालांकि, एह चेक के शास्त्री नगर कांड संख्या 358/24 में जिक्र नइखे।
साभार - जागरण