डीडीयू : गोरखनाथ शोधपीठ में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी आज... मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिरकत करिहें
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय आ हिन्दुस्तानी अकादमी, प्रयागराज के ओर से आयोजित ‘समरस समाज के निर्माण में नाथपंथ का अवदान’ विषयक दु दिन के अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के सुभारंभ सनीचर के होई। बताैर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मवजूद रहिहें।
दीक्षा भवन में आयोजित होखे वाला उद्घाटन सत्र के अध्यक्षता कुलपति प्रो. पूनम टंडन करिहें। एह संगोष्ठी में विशिष्ट अतिथि इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी, अमरकंटक के कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी होइहें। दु दिन के एह संगोष्ठी में देश-बिदेस के नाथ पंथ के ख्यातिलब्ध विद्वान भाग ली लो। संगोष्ठी के अंतिम दिन समापन सत्र में मुख्य अतिथि साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष पद्मश्री प्रो. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी होइहें। सत्र के अध्यक्षता कुलपति करिहें।
समापन आ उद्घाटन सत्र के अलावे छव तकनीकी सत्रन में नाथ पंथ के अलग-अलग पहलुअन पs ख्यातिलब्ध विद्वानन के ओर से चरचा कइल जाई। दु दिन के एह संगोष्ठी में छव तकनीकी सत्रन में अलग-अलग उप विषयन जइसे नाथ पंथ का वैश्विक प्रदेय, नाथ पंथीय साहित्य में सामाजिक समरसता, स्वतंत्रता आंदोलन में नाथ पंथ का अवदान, नाथ सिद्ध परंपरा एवं साधना प्रक्रिया आ नाथ पंथीय विश्वकोश पs गहन मंथन आ चरचा कइल जाई। मुख्यमंत्री संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में एगो पुस्तक आ एगो पत्रिका के विमोचन करिहें। एमे डॉ. पद्मजा सिंह के ओर से लिखित नाथ पंथ के इतिहास आ महायोगी गुरु गोरखनाथ शोध पीठ के पत्रिका कुंडलिनी सामिल बा। एकरा संगही विश्वविद्यालय में एगो दिव्यांगजन कैंटीन के उद्घाटन मुख्यमंत्री करिहें। कुलपति प्रो. पूनम टंडन बतवली कि दिव्यांगजन कैंटीन के संचालन दिव्यांगजन करी लो। एकरा पीछे विश्वविद्यालय के मकसद ओह लोगन खातिर रोजगार के अवसर उपलब्ध करावल बा।
उच्च शिक्षा सचिव आ कुलपति कइल लो तइयारियन के समीक्षा
उच्च शिक्षा सचिव एमपी अग्रवाल आ कुलपति प्रो. पूनम टंडन सुक के दीक्षा भवन जाके तइयारी के जानकारी लिहल लो। एकरा संगही दिव्यांगजन कैंटीन के निरीक्षण कइल लो। उच्च शिक्षा सचिव तइयारी के जायजा लेके आवश्यक दिसा निरदेस दिहल लो।
देस-बिदेस के विद्वान होई लो सामिल
नाथ पंथ पs दु दिनन तक चले वाली अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के तकनीकी सत्रन में देस आ दुनिया के कइयन शीर्षस्थ विद्वानन के सुने के अवसर मिली। एमे उड़ीसा के संत शिवनाथ, उड़ीसा, जेएनयू के प्रो. संतोष शुक्ल, जेएनयू, गुजरात के संत शेरनाथ, शिमला से डॉ. हंसराज, उप्र हिंदी संस्थान के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. सदानंद गुप्त, उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा आयोग अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय के व्याख्यान होई।
एकरा संगह बिदेस से सामिल प्रतिष्ठित विद्वान शशिपाधा, वर्जिनिया, अमेरिका, राजराही, न्यूयॉर्क, सुषमा मल्होत्रा, न्यूयॉर्क, अमेरिका, मीना चोपड़ा, टोरंटो, कनाडा, अमेरिका, प्रहलाद देबनाथ, बांग्लादेश, डॉ. सुरेश पुष्पाकर, यूके, एम तुफैल अहमद, ओमान, मस्कट आदि आपन व्याख्यान दिहि लो।