हिन्दी दिवस: बाॅलीवुड के एह फिलिम पढ़वलस हिंदी के असल पाठ, देखके बढ़ी अपने भाषा के प्रति लगाव
आज देश भर में हिन्दी दिवस मनावल जा रहल बा। हिन्दी हमनी के राष्ट्रभाषा हs आ देश भर में एकर सम्मान बा। बाकिर अगर देखल जाव तs हिन्दी सिनेमा में बहुते कम अइसन फिलिम बाड़ी सँs, जवन हिन्दी के प्रचार करे आ एह भाषा के क्षमता देखावे। एह सूची में अक्षय कुमार के फिलिमन से लेके दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान तक के फिलिमन के नाम शामिल बा। रउरो ईs फिलिम देखले होखब बाकिर शायद रउरा सभे के हिन्दी के महत्व ना लउकल होखी। आजु हिन्दी दिवस के अवसर पs आईं कुछ अइसने फिलिम के बारे में बतावल जाव, जवन असल में हिन्दी भाषा के पाठ पढ़ावेला।
'नमस्ते लंदन'
‘नमस्ते लंदन’ में कैटरीना कैफ के सगाई के दौरान दिहल भाषण के अक्षय कुमार कइसे भुला पइहें? एह भाषण में उ भारतीय सभ्यता के संगे हिंदी के महत्व के बहुत बढ़िया से बतवले।
'हिंदी मीडियम'
दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान के सुपरहिट फिल्म ‘हिंदी मीडियम’ के नाम से हिंदी शब्द जुड़ल बा। एह फिलिम के कहानी दिल्ली में रहे वाला एगो बिजनेसमैन राज बत्रा के बा जे अमीर बा बाकिर अंग्रेजी बोले के नइखे जानत एहसे ऊ चाहत बा कि ओकर बेटी अंग्रेजी स्कूल में पढ़े। एकरा खातिर ऊ कुछुओ करे खातिर तइयार बा।
'इंग्लिश विंग्लिश'
साल 2012 में निर्देशक गौरी शिंदे के निर्देशन में बनल दिवंगत अभिनेत्री श्री देवी के फिल्म ‘इंग्लिश विंग्लिश’ के नाम भी एह सूची में शामिल बा। एह फिलिम में श्रीदेवी शशि के किरदार निभवले बाड़ी जे अंग्रेजी ना जानेली।अइसना में शशि यानी श्रीदेवी के अंग्रेजी के ज्ञान ना होखे के चलते बार-बार अपमानित कइल जाला, दरअसल एह फिलिम में जवन संदेश दिहल गइल बा ऊ ई बा कि अंग्रेजी जवना के हमनी के अपना देश में एतना श्रेष्ठ बना देले बानी जा, हमनी के सामने हिंदी बोले वाला छोट लागेला।
'गोलमाल'
बॉलीवुड में हिंदी भाषा के महत्व के बारे में शुरू से ही समझावल जा रहल बा। एह एपिसोड में हमनी के 1979 के फिल्म ‘गोलमाल’ के बारे में बात करब जा, जवना में अमोल पालेकर मुख्य भूमिका में देखले रहले। एह फिल्म में भी हिंदी के दुर्दशा आ महत्व के बहुत विस्तार से बतावल गइल बा।
'चुपके चुपके' (1975)
एह सूची में धर्मेन्द्र आ अमिताभ बच्चन के लोकप्रिय फिलिम ‘चुपके-चुपके’ के नाम भी शामिल बा। हालांकि ई हास्य फिलिम रहे बाकिर एह फिलिम में धर्मेन्द्र के हिन्दी जे सुनले ऊ उनुकर प्रशंसक बन गइल। धर्मेन्द्र के शुद्ध हिन्दी संवाद प्रशंसकन के बहुते पसंद आइल।