बिहार विधानसभा चुनाव के पहिले प्रशांत किशोर के बड़ ऐलान, बोलले-'शराबबंदी' के एक घंटे में करब खत्म
प्रशांत किशोर कहले कि बिहार में शराबबंदी से फायदा ना होके नुकसान भइल बा। राज्य में शराब के दोकान बंद रहे, बाकिर होम डिलीवरी शुरू हो गइल बा, एहसे जदी उनका पार्टी के मौका मिलल तऽ एक घंटा के भीतर शराबबंदी खतम कऽ दिहल जाई।
चुनाव रणनीतिकार आ जन सूरज यात्रा के शिल्पकार प्रशांत किशोर बिहार विधानसभा चुनाव खातिर एगो बड़हन एलान कइले बाड़न। 2 अक्टूबर के गांधी जयंती पs नया राजनीतिक दल बनावे से पहिले प्रशांत किशोर कहले कि जदी उनका पार्टी के मौका मिलल तऽ एक घंटा के भीतर शराबबंदी खतम कऽ दिहल जाई। प्रशांत किशोर एगो मीडिया संगठन के दिहल साक्षात्कार में इ दावा कइले। प्रशांत किशोर के शराबबंदी के फैसला के बाद सबूत मिलल बा कि एकरा से कवनो फायदा नइखे भइल, बलुक एकरा से नुकसान भइल बा।
गांधी जी के नाम पऽ भ्रम फइलावे के आरोप
प्रशांत किशोर कहले कि नीतीश कुमार के लोग गांधी के नाम पs भ्रम फइला देले बाड़े। शराबबंदी के प्रयोग कई देस में भइल, बाकिर एकरा से कवनो फायदा ना भइल, नुकसाने भइल बा। गांधी जी कहीं कहले बाड़न कि सरकार कानून बना के शराबबंदी करे तऽ ऊ वाक्य देखा देवे केहू तऽ उऽ नीतीश कुमार के गोड़ छू के माफी मँगइहें। उ कहले कि गांधी जी शराब बंदी के सामाजिक प्रयास के रूप में देखवले आ कहले कि शराब के नुकसान के बारे में समाज के जगावल जाव।प्रशांत किशोर कहले कि गांधी जी शाकाहार के फायदा बतवले, बाकिर काल्ह कवनो सरकार कानून बना ली कि गैर शाकाहारी के जेल में डाल दिहल जाई तऽ इ ठीक ना नु कहाई।
शराबबंदी के चलते बिहार के करोड़ों रुपया के नुकसान
प्रशांत किशोर इहो कहले कि बिहार में शराबबंदी प्रभावी नइखे। शराब के दोकान बंद रहे, बाकिर अब होम डिलीवरी शुरू हो गइल बा। एह फैसला के असर इ भईल कि बिहार जइसन गरीब राज्य के राजस्व में 20 हजार करोड़ रुपया के घाटा भइल।