गोरखपुर: एक हजार करोड़ से अधिक के लागत से होई राप्ती रिवर फ्रंट के निर्माण, बनी पिकनिक स्पॉट
गोरखपुर शहर के एगो अउरी पिकनिक स्पॉट उपलब्ध करावे खातिर बनावल जा रहल राप्ती रिवर फ्रंट के निर्माण में एक हजार करोड़ से अधिका के लागत आई। एकरा निर्माण में तीन संस्थान, सिंचाई विभाग, जीडीए अवुरी नगर निगम मिल के काम करीहे। नमामी गंगे आ ग्रामीण पेयजल मिशन विभाग के निष्पादन एजेंसी बनावल गइल बा। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तइयार करे के जिम्मेवारी मिल गईल बा। जीडीए एकरा खातिर कंसल्टेंट के नियुक्ति के प्रक्रिया भी शुरू कs देले बा।
अतवार के रात मुख्यमंत्री के सोझा तीनों संस्थान के अधिकारी से जानकारी लिहल गईल। तीनों विभाग के अधिकारी से परामर्श कs के डीपीआर तइयार कईल जाई। जीडीए सलाहकार नियुक्ति खातिर 31 जनवरी ले ऑनलाइन आवेदन के नेवता देले बा। एक बेर सलाहकार के नामांकन होखला के बाद अगिला प्रक्रिया शुरू हो जाई। एह परियोजना के तहत शहर के नाली से राप्ती नदी में बहत गंदा पानी के रोक दिहल जाई।
एs योजना के तहत अलग-अलग जगह पs घाट बनावल जाई। एह पार्क के पर्यटन के नजरिया से विकसित कइल जाई। नदी के किनारे मोटरबोट अवुरी यात्री के रुके खातीर प्लेटफार्म बनावल जाई। रामघाट से डोमिनगढ़ ले सौंदर्यीकरण के काम होई। एकरा निर्माण के बाद गोरखपुर में पर्यटन के नजरिया से लोग के बेहतर गंतव्य मिल जाई। जीडीए के ओर से डीपीआर तैयार कs के सिंचाई विभाग के सौंपल जाई। निर्माण के काम सिंचाई विभाग के ओर से कईल जाई।
सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता दिनेश सिंह कहले कि राप्ती नदी मोर्चा के निर्माण में एक हजार करोड़ से जादे खर्चा हो सकता। एहमें शहरी विकास, जीडीए आ सिंचाई विभाग के शामिल कइल गइल बा। सिंचाई विभाग मुख्यमंत्री के सोझा आपन प्रस्तुति दिहलस। सीएम तीनों विभाग के संयुक्त रूप से डीपीआर तइयार करे के कहले बाड़े।