UP में RPF 9 लोग के चंगुल से 93 नाबालिग बच्चा के बचा लिहलस, परिवार के कवनो सदस्य ओ बच्चा सन के संगे ना रहे
मामिला के जानकारी देत आरपीएफ के निरीक्षक शिव कुमार कहले कि ए बच्चा के ले जाए वाला लोग के लगे कवनो वैध प्रमाणपत्र ना रहे आ ना परिवार के कवनो सदस्य उनका संगे रहले।
उत्तर प्रदेश में रेलवे संरक्षण बल (आरपीएफ) के अभियान "आहट " के तहत गुरुवार के कुल 93 बच्चा के बचावल गइ lल। मामिला के जानकारी देत रेल पुलिस के एगो अधिकारी बतवले कि प्रयागराज जंक्शन प 12487 नंबर के ट्रेन से 93 नाबालिग बच्चा के उतारल गइल आ ए बच्चा के लेके 9 लोग के हिरासत में लिहल गइल। उ बतवले कि सभ बच्चा मुस्लिम समुदाय के हवे आ ओहनी संगे ओहनी के परिवार के कवनो सदस्य यात्रा ना करत रहे। अधिकारी बतवले कि सब बच्चा के अलगा-अलगा शहर में ले जाइल जाता।
‘बच्चा बिहार के अररिया से बाड़े '
प्रयागराज जंक्शन में तैनात रेल पुलिस बल के निरीक्षक शिव कुमार बतवले कि ट्रेन से उतारला के बाद ए बच्चा के बाल कल्याण समिति के सोझा पेश कइल गइल, जहां ए लोग के निगरानी आ परामर्श दिहल जाता। उ बतवले कि ए बच्चा के ले जाए वाला लोग के लगे ए बच्चा के ले जाए के कवनो वैध प्रमाणपत्र नइखे, ना ही ए बच्चा के संगे उनकर माता-पिता चाहे परिवार के कवनो सदस्य ना रहले। अधिकारी बतवले कि इ बच्चा बिहार के अररिया के निवासी बाड़े आ ए बच्चा में से कुछ बच्चा के दिल्ली, कुछ के राजस्थान के नागौर जिला आ कुछ के देहरादून ले जाइल जात रहे।
ई सब लइका मुस्लिम समुदाय के बाड़े
अधिकारी बतवले कि इ सभ बच्चा मुस्लिम समुदाय के बाड़े आ उनकर उमर 9 साल से 12-13 साल तक बा। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अखिलेश मिश्रा कहले कि ए बच्चा के गलत तरीका से लिहल जाता, हालांकि काउंसलिंग रिपोर्ट अभी आवे के बा। उ बतवले कि प्रारंभिक जांच के दौरान पता चलल कि ए बच्चा के देश के अलग-अलग मदरसा में ले जाइल जाता। मिश्रा कहले कि ए बच्चा के ले जाए वाला लोग के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करावे के सिफारिश कइल गइल बा।