संभल में भइल 1978 के दंगन के होई जांच, योगी सरकार लिहलस बड़ फैसला; नाहीं बख्शल जइहें दोषी
योगी सरकार एगो बड़ फैसला लेले बिया कि संभल में 1978 के दंगा के जांच होई।
उत्तर प्रदेश के योगी सरकार संभल में 1978 के सांप्रदायिक दंगा के जांच करी। एकरा बारे में योगी सरकार भी आदेश जारी कईले बिया। ध्यान रहे कि सीएम योगी आदित्यनाथ भी सदन में 1978 के संभल दंगा के जिक्र कईले रहले। एकरा बारे में अब गृह विभाग के उप सचिव अवुरी मानवाधिकार आयोग के एसपी संभल के डीएम एसपी के पत्र भेज के एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देवे के मांग कईले बाड़े।
संभल में माहौल बिगड़ गइल
संभल मुद्दा पs सीएम योगी कहले कि माननीय न्यायालय के निर्देश पs जिला मजिस्ट्रेट अवुरी पुलिस अधीक्षक शांतिपूर्ण तरीका से सर्वे करेले। उs कहले कि सर्वेक्षण के दौरान पहिला दु दिन में शांति में कवनो प्रकार के गड़बड़ी ना भईल। सीएम योगी दावा कईले कि, 23 नवंबर के शुक् के नमाज के दौरान जवन तरह के भाषण दिहल गईल, ओकरा बाद माहौल बिगड़ गईल, ओकरा बाद के स्थिति सभके सोझा बा सदन के नेता कहले कि, संभल के माहौल खराब बा।1947 से लगातार दंगा होखत रहे।1947 में एक के मउत भइल रहे आ 1948 में छह गो मउत भइल रहे। 1958-1962 में दंगा, 1976 में पांच लोग के मउत हो गईल।
उs कहले कि, 1978 में 184 हिन्दू के सामूहिक रूप से जरा दिहल गईल। कई महीना ले लगातार कर्फ्यू लगावल गईल। 1980-1982 में दंगा भईल अवुरी एक-एक मउत भईल। 1986 में चार लोग के मउत हो गईल रहे। 1990-1992 में पांच गो, 1996 में दू गो के मउत भइल रहे। इs रुझान लगातार जारी रहल विपक्ष पs तंज कसत मुख्यमंत्री कहले कि 1947 से अब ले संभल में 209 हिन्दू के हत्या भईल बा अवुरी एक बेर भी निर्दोष हिन्दू खातीर दु शब्द नईखन कहले। मुख्यमंत्री कहले कि, आजु संभल में बजरंग बाली के मंदिर आवत बा। ई लोग 1978 से ओह मंदिर के ना खुले ना दिहले.
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