फिलिम फेयर अवॉर्ड्स के एके कैटेगरी में दु बेर नॉमिनेटेड भइले ईs एक्टर, जीतले तs बन जाई रिकॉर्ड
बॉलीवुड में कुछ अइसन कहानी बा जवन असली नइखे लागत बाकिर ऊ साँच बाड़ी सँ। अइसने एगो कहानी बा शाहरुख खान के, उनकर सपना के उड़ान आ ओकरा के पूरा करे खातिर मुंबई शहर आवे के बारे में। शाहरुख खान जब मुंबई अइले तs मरीन ड्राइव पs खड़ा होके उनकर सपना रहे कि उs बॉलीवुड इंडस्ट्री पs राज करीहें। इहे भी होखत देखल गईल।अभिनेता पिछला 3 दशक से नंबर वन बनल बाड़े। अभिनेता साल 2023 में तीन गो शानदार फिलिम रिलीज कइले बाड़न आ तीनों फिल्मफेयर अवार्ड 2024 खातिर नामांकित बाड़ी सँ। एह फिलिमन में ‘डंकी’, ‘जवान’ आ ‘पठान’ शामिल बा। एकरा अलावे शाहरुख खान के 69वां हुंडई फिल्मफेयर अवार्ड्स 2024 में एक ना बलुक दू गो भूमिका खातिर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरुष खातिर भी नामांकित कइल गइल बा। एकरा संगे उs एs पुरस्कार के सबसे मजबूत दावेदार बन गईल बाड़े।
शाहरुख खान एह साल नया रिकार्ड बना सकेलें
शाहरुख खान के ‘जवान’ आ ‘डिंकी’ खातिर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष) श्रेणी में नामांकित कइल गइलबा। अगर शाहरुख खान के ईs पुरस्कार मिल गइल तs ऊ एगो नया रिकार्ड बना दीहें। एकरा के जीत के ऊ लीड रोल में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष) के श्रेणी में सबसे अधिका पुरस्कार पावे वाला अभिनेता बन जइहें। अबले एह कैटेगरी में एह अभिनेता के 8 गो फिल्मफेयर अवार्ड बा आ दिलीप कुमार के नाम पs भी ओतने अवार्ड बा।
शाहरुख खान के फिल्मफेयर अवार्ड मिलल
अब रउरा सभे के बता दीं कि शाहरुख खान के एहसे पहिले कवन फिलिमन खातिर फिल्मफेयर अवार्ड मिलल बा। 1993 में 'बाजीगर', 1995 में 'दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे', 1997 में 'दिल तो पागल है', 1998 में 'कुछ कुछ होता है', 2002 में 'देवदास', 2004 में 'स्वदेस', 2007 में 'चक दे इंडिया! आ उनुका के साल 2010 में ‘माई नेम इज खान’ खातिर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरुष के श्रेणी में फिल्मफेयर अवार्ड मिलल बा।
दिलीप कुमार के पुरस्कार मिलल
अब दिलीप कुमार के बात कइल जाव। दिलीप कुमार खाली नाम ना हउवन, ऊ अपने आप में एगो गहन फिल्म हउवें। दिलीप हर किरदार में अतना शानदार रहले कि हर रोल पs अमिट छाप छोड़त रहले। ईs वाकई में जादू से कम नइखे कि एगो फल व्यापारी भारत के सबसे बड़ अभिनेता बन गइल। एह अभिनेता के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता खातिर 8 गो फिल्मफेयर अवार्ड मिलल बा। ई पुरस्कार उनुका ‘दाग', 'आजाद', 'देवदास', 'नया दौर', 'कोहिनूर', 'लीडर', 'राम और श्याम' आ ‘शक्ति’ खातिर मिलल बा। इनके अउरी फिल्मफेयर ट्रॉफी सभ में 1994 में दिहल गइल लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड आ 2004 में सिनेमा में योगदान खातिर स्पेशल अवार्ड सामिल बाड़ें।