शराब आ सिगरेट पीये वाली महिला लो पऽ चौंकावे वाला रिपोर्ट
नोएडा के डॉक्टर शराब आ सिगरेट पीये वाली महिला के बारे में चौंकावे वाला खुलासा कइले। डॉक्टर के कहनाम बा कि शराब आ सिगरेट पीये वाली महिला के बच्चा नशा के आदी होखेले। इ लोग आक्रामक, सुस्तो होखेला आ दिमाग काम कइल बंद कऽ देवेला।
माई के शराब आ धूम्रपान कइल बच्चा खातिर नुकसानदेह साबित होखऽता। शराब के जादा सेवन करेवाली महिला के पेट बहुत बेमारी के शिकार हो रहल बा। फोर्टिस अस्पताल में इलाज खातिर आवे वाली 100 महिला में से 10 महिला गर्भवती शराबी आ धूम्रपान करेवाली बाड़ी, जवना के बच्चा जन्म से मानसिक रूप से कमजोर होखऽता। जइसे कवनो नशेड़ी के शराब ना दिहल जाव तऽ उऽ मानसिक रूप से आक्रामक हो जाला, सुस्त हो जाला, ओकर दिमाग काम कइल बंद हो जाला आ चिड़चिड़ा व्यवहार करे लागेला, ठीक ओइसहीं अइसन लक्षण बच्चा में पैदा होखते लउकेला।
फोर्टिस अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अंकित प्रसाद गर्भावस्था के दौरान शराब के सेवन से बच्चा मानसिक रूप से कमजोर हो रहल बा आ लिवर पs असर पड़ता। एकरा संगे बच्चा पैदा होखते सुस्त हो जाला, गतिविधि में धीमा हो जाला, धीरे-धीरे चले लागेला आ धीरे-धीरे बोले लागेला। अइसना में सबसे जादा असर गर्भ में बढ़े वाला बच्चा के दिमाग पs देखाई देता।
100 में से 10 गर्भवती माई शराबी बाड़ी
स्त्री रोग आ प्रसूति डॉ. अंजना सिंह बतवली कि उनका लगे आवे वाली 100 गर्भवती महिला में से 10 महिला शराबी आ धूम्रपान करेवाली बाड़ी। गर्भावस्था के दौरान उनका बहुत समस्या के सामना करे के पड़ेला। एही कारण से प्री-मैच्योर डिलीवरियो हो रहल बा, काहे कि इनकर शरीर ठीक से काम नइखे कर पावत। एमें से अधिकतर आईटी प्रोफेशनल महिला के गर्भावस्था के दौरान बहुत समस्या के सामना करे के पड़ेला।
बच्चा मानसिक रूप से कमजोर हो रहल बाड़े
बाल पीजीआई के डीन डॉ. डीके सिंह कहले कि शराबी गर्भवती महिला के बच्चा जन्म से मानसिक रूप से कमजोर होखेला। एकरा संगे-संगे लिवर के संगे-संगे शरीर आ बाकी अंग पs बुरा असर देखाई देता। अइसन मामला अधिकतर उच्च समाज में देखल जाला। ऊंच समाज के मेहरारू सरकारी अस्पताल में बहुत कम आवेली बाकिर अइसन केस जरूर आवेला। अइसन माई के साथे ओकर लइको शराबी हो जाला। लइको खून में बहत शराब के सेवन करेला।
अइसन बदलाव लइकन में देखल जा सकेला
एक हफ्ता में खाली एक ग्लास शराब पीने से पेट में पल रहल बच्चा के चेहरा बदल सकऽता। फीटल एल्कोहल स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर हो सकऽता।
- बच्चा के हेड साइज
- ओकर वजन अलग तरह से बढ़ेला भा घटेला
- पेट पातर
- ग्रोथ प्रभावित
- चेहरा आ दिमाग पऽ असर