Special story : ईंहों के जानी, ईंहों के पहचानी : भोजपुरी में नवका पीढ़ी के रैपर 'सुजांत'
सुजांत के जनम 20 मई के बिहार के अररिया जिला के जोगबनी में भइल। हालाकि ऊ छपरा (सारण) के मूल निवासी हउएं। इहा के बाबूजी के नाव श्री ललन यादव आ माई के नाव श्रीमती रेणु देवी हs।
भोजपुरिया रैपर सुजांत भोजपुरी में हिप हॉप लियावे वाला गिनल चुनल कलाकारन में से एगो बाड़े, बढ़हन बात इs बा रैप के दुनियां में जहां बड़ बोली ,दारू, गाड़ी के दिखावा होला सुजान्त बहुत अनुशासित ढंग से शलिल शब्दन के साथे आपन कला के प्रस्तुत करेले ।
सुजांत के रैप सॉन्ग नावहा भोजपुरी लोग में खूब चरचा में रहेला आ पुरनिया लो इs नया चीज सुन के खूब सराहे ला।
सोशल मीडिया फेसबुक ट्विटर इंस्टाग्राम पs इनकर रैप वायरल होत रहेला।सुजांत के एगो बढ़हन खासियत बा उs समय समय पs सामाजिक मुद्दा आ सरकार से सवाल आपन कला के माध्यम से उठावत रहेले।इनकर बहु चर्चित रैप में," खून से बिहारी,बिहार रैप साइफर,देसी ड्रिल, फॉर्बेसगंज रैप सॉन्ग",इत्यादि बा।
भोजपुरी रैप खातिर सुजांत के बहुत जगह सराहल गइल बा आ सम्मानित कइल गइल बा। जइसे :-श्री मलंगे (एनआईटी पटना), एम्स पटना में रैप बैटल विजेता, बीआईटी मिश्रा पटना में रैप बैटल विजेता रहल बाड़े।
भोजपुरी संगीत जगत में हिप हॉप लिया के एगो उत्क्रांति के जनम देवे वाला सुजांत बातचीत के दौरान कहेले की ,"रैप हमरा ऊ हिम्मत देवेला जेकरा पा के हम आपन बात अपना तरीका से लोग ले पहुंचा पायिला।
पहिले पटना में रैप बहुत कम जगह सुने के मिलत रहे । ओपन माइक, कार्यक्रम, कॉलेज कार्यक्रम, समाचार चैनल से लेके प्रजापिता ब्रह्माकुमारी माउंट आबू ( टीवी चैनल) पs हमार भोजपुरी रैप के कारन बोलवाल जला । जब हम सुरू कइले रहनी तs ईs ना सोचले रहनी की भोजपुरी में रैप एतना बढ़िया लागी आ सब केहू से एतना प्यार मिली ।"
एक बात जे हम अपना से रोज कहेनी कि " जब अब ले नइखी रुकल तs अब का ही केहु रुकी "अबे नईखे तs कुछुवो नहीखे, जब होखी तs सब होखी" ।
रउरा अपना कला के अउर आगे ले जाई। भोजपुरी क्षेत्र में नया- नया काम करत रहीं आ प्रशंसकन के बीच लोकप्रियता अइसे ही बरकरार रहे।