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सीएम योगी के शहर में बनी 'विरासत गलियारा', घंटाघर होई केंद्र; नगर निगम तइयार कs रहल बा प्लान

08:55 PM Feb 05, 2024 IST | Minee Upadhyay
सीएम योगी के शहर में बनी  विरासत गलियारा   घंटाघर होई केंद्र  नगर निगम तइयार कs रहल बा प्लान
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सीएम योगी आदित्यनाथ के इरादा पुरान गोरखपुर शहर के धरोहर गलियारा के रूप में विकसित करे के बा। एकर केंद्र घंटाघर होई, जहवां अमर शहीद बिस्मिल के फांसी के बाद महतारी जनता के संबोधित कईली। इहां से होली के दिन नृसिंह शोभायात्रा शुरू होला आ दशहरा के ईs पुरान शहर भी राघव-शक्ति के मिलन के साक्षी होला।

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हालही में गोरखपुर आइल मुख्यमंत्री एह बइठक में अधिकारियन के एह संबंध में निर्देश दिहल गइल। एकरा पs काम शुरू हो गईल बा। पहिले बिजली के काम होई। सड़क से ट्रांसफार्मर के खंभा हटा दिहल जाई। तार के नेटवर्क हटा के बिजली के आपूर्ति भूमिगत केबल के माध्यम से होई।

एकरा बारे में विद्युत निगम एगो प्रस्ताव तइयार कइले बा आ नगर आयुक्त गौरव सिंह के सोगरवाल के सौंप दिहल गइल बा। हेरिटेज गलियारा के सड़क चौड़ा हो जाई। आकर्षक रोशनी लगावल जाई। नगर आयुक्त कार्यालय के फिलहाल 'हेरिटेज कॉरिडोर' के लेके डीपीआर तइयार कईल जाता।

55.5 करोड़ रुपिया दु चरण में खर्च होई, बिजली निगम 55.50 करोड़ रुपिया के प्रस्ताव देले बा। एकरा हिसाब से घंटाघर चौक से रेती चौक, घंटाघर चौक से दुर्गा मिलन चौक, मदरसा चौक, पाण्डेय हाता पुलिस चौकी, रेती चौक से मदीना मस्जिद अवुरी गीता वस्त्रत्त् विभाग ले 35.50 करोड़ रुपिया खर्च होई। जबकि चरणलाल चौक से रेती चौक ले 18 करोड़ रुपिया के रकम खर्च होई।

ई रूट एगो सांस्कृतिक पहचान बन गइल बा।होलिका दहन के दिन पाण्डेय हाटा से जुलूस निकालल जाला, जबकि रंग पंचमी के दिन घंटाघर से भगवान नृसिंह शोभायात्रा निकालेले। दुनो जुलूस में गोरक्षपीठाधीश्वर भाग लेवेले। इहे राह दशहरा के राघव-शक्ति के मुलाकात के भी साक्षी हs। सांसद रवि किशन शुक्ल के कहल बा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के विकास आ पर्यटन खातिर गंभीर बाड़न।

इs काम भी होई

बतावल जाता कि पहिला चरण में बिजली के काम भईला के बाद एs रूट पs पड़ल स्थानीयता के सुंदर बनावल जाई। एहिजा स्वतंत्रता संग्राम आ सांस्कृतिक पहिचान से जुड़ल जगहन के शोभा बढ़ावल जाई। घंटाघर के लागत लगभग 6 करोड़ रुपिया होई। इहाँ फसाड लाइट लगावल जाई। चौक के चौड़ा कईल जाई, इहाँ सांस्कृतिक कार्यक्रम के भी आयोजन कईल जाई।

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