अध्ययन: खोजल गइल दुनिया के सबसे बड़ हमिंग बर्ड के दोसर प्रजाति, समुंद्र तल से 14000 फीट के ऊँचाई प प्रवास करे ले
हमिंग बर्ड्स : अध्ययन के मुताबिक कुछ विशालकाय हमिंगबर्ड पलायन कइलख, बाकी एकरा बाद ही दुनो आबादी के जीनोम सीक्वेंसिंग से पता चलल कि इ केतना अलग बा। ई एक दुसरा से ओतने अलग होलें जतना कि चिंपांजी बोनोबो से अलग होलें।
विशालकाय हमिंगबर्ड के एक ना दू गो प्रजाति होला। उत्तरी आबादी साल भर ऊँच एंडीज में रहे ले जबकि दक्खिनी आबादी गैर-प्रजनन महीना में समुंद्र तल से 14 हजार फीट के ऊँचाई प पलायन कर लेवे ले। दुनों प्रजाति एकही नियन लउके ले, बाकी इनहन के जीनोम आ बेहवार अलग-अलग होला। ई चिरई सब माणिक गला वाला हमिंगबर्ड से लगभग आठ गुना आकार के होलीं।
एकर खुलासा नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज के प्रोसीडिंग्स जर्नल में प्रकाशित एगो शोध के अध्ययन में भइल बा। अध्ययन के मुताबिक, कुछ विशालकाय हमिंगबर्ड पलायन जरूर कइले, बाकी इ दुनो आबादी से जीनोम सीक्वेंसिंग से पता चलला के बाद भइल कि इ लोग केतना अलग बाड़े। ई एक दुसरा से ओतने अलग होलें जतना कि चिंपांजी बोनोबो से अलग होलें। दुनों प्रजाति ढेर ऊँचाई पर ठंड के मैदान पर रहे लीं। अचरज के बात बा कि लाखों साल से इ दुनो प्रजाति अलग-अलग होखला के बावजूद हमिंगबर्ड के रहस्य के अभी तक केहु के पता नइखे चलल। हमिंगबर्ड सब के बिलुप्त होखे वाला भा गंभीर रूप से बिलुप्त होखे वाला के रूप में लिस्ट कइल गइल बा।
जीनोम अनुक्रमण के माध्यम से पता चलल
एकरा के उत्तरी आ दक्षिणी विशालकाय हमिंगबर्ड के नाम से जानल जाई...शोधकर्ता एकरा के उत्तरी विशालकाय हमिंगबर्ड आ दक्षिणी विशालकाय हमिंगबर्ड के नाम रखले बाड़े। दक्खिनी प्रवासी प्रजाति के लैटिन नाँव पैटागोना गिगास के बरकरार रखल जाई। उत्तरी आबादी खातिर प्रस्तावित वैज्ञानिक नाँव पटागोना चास्की बा। चास्की के मतलब होला दूत। क्वेचुआ देशी भाषा सब के एगो परिवार के नाँव ह जे पेरू से ले के अउरी पड़ोसी देस सबमें फइलल।
शोधकर्ता लोग के कहनाम बा कि एह छोटहन जानकारी के पावे खातिर ऊ लोग पेरू आ चिली के जमीन मालिकन आ गाँव के लोग के स्थानीय ज्ञान पर भरोसा कइले । पेरू के लोग के एह चिरई सब के बारे में पीढ़ी दर पीढ़ी बहुत जानकारी रहे।
पकड़ल चुनौतीपूर्ण बा
विशालकाय हमिंगबर्ड के पकड़ल बहुत चुनौतीपूर्ण बा। हर चीज पर नजर राखेला आ अपना इलाका के बहुते बढ़िया से जानत बिया । सबसे कठिन काम होला कि ओह लोग के पकड़े खातिर जाल बिछावे के जगह चुनल जाव ।
रहस्यमयी चिरईयन प अउरी शोध के जरूरत बा
शोधकर्ता लोग अब ई पता लगावे लागल बा कि ई दुनु रूप कहाँ एक साथ आवेला आ कइसे एक दोसरा से जुड़ल होला । का ई लोग प्रतिस्पर्धा करेला आ एक दोसरा पर हावी होखे के कोशिश करेला? ई संसाधन सब के बिभाजन कइसे क सकत बाड़ें आ ई अपना जाड़ा के रेंज में मिश्रित बाड़ें कि स्थानिक रूप से अलग-अलग बाड़ें। इहो खोजल जा रहल बा कि ई विशाल चिरई कइसे एतना लमहर सफर करे में सक्षम बाड़ी सऽ। एक तरह से छोट-छोट पर्वतारोही लोग नियन इ लोग अपना सुविधा के मुताबिक अपना शरीर के लोचदार बनावेले। टीम के योजना बा कि एह रहस्यमयी चिरईयन पर शोध जारी राखल जाव ।