4000 साल पुरान खोपड़ी से खुलल अइसन राज, चौंक गइले साइंटिस्ट, सदियन पहिले होत रहे ई काम
का आज से हजारन साल पहिलहू कैंसर के सर्जरी होत रहे? जी हऽ, चौंकी जन। वैज्ञानिकन के 4000 साल पुरानी खोपड़ी पs अइसन निशान मिलल बा, जवना से पता चलऽता कि तब अइसन परयास कइल गइल रहे।
कैंसर के मजबूत इलाज अबही ले नइखे मिलल हमेसा तरह-तरह के दावा कइल जाला, बाकिर नतीजा उहे ढाक के तीन पात। आधुनिक साइंस के लगे एकरा पूरा जवाब नइखे। बाकिर वैज्ञानिकन के आज से 4000 पुरान एगो खोपड़ी मिलल बा, जवना से अइसन राज खुलके आइल कि साइंटिस्ट चौंक गइलें। रउआ जानके हैरान हो जाइब कि आज से 4000 साल पहिलहू लोग कैंसर के इलाज करे के प्रयास कइले रहे। वैज्ञानिकन के उम्मीद बा कि एकरा से कैंसर के ट्रीटमेंट पs कवनो क्लू मिल सकऽ ता, जवन आज खातिर सही उपचार होई।
डेली मेल के रिपोर्ट के मोताबिक, जर्मनी के ट्यूबिंगन विश्वविद्यालय, इंग्लैंड के कैम्ब्रिज, स्पेन के बार्सिलोना आ सैंटियागो डे कॉम्पोस्टेला के साइंटिस्ट 4,000 साल पुरानी खोपड़ियन के डीएनए के विश्लेषण कइले। उनका लोग के हजारन साल पहिले के मरीजन में ब्रेन ट्यूमर निकाले के सबूत मिलल, जवन ओ घरी के हिसाब से बहुत आगे के रहे। ई खोपड़ी प्राचीन मिस्र में खनन के दौरान मिलल रहे। मिस्र के लोगन के चिकित्सा में सदियन से कुशल माना जाला। ई बात एक बार फेर साबित भइल बा कि सदियन पहिले उनका लगे इलाज के आधुनिक तरीका रहे।
तऽ का पहिले कैंसर के इलाज होत रहे ?
रिसर्च टीम के प्रमुख आ ट्यूबिंगन विश्वविद्यालय के साइंटिस्ट तातियाना टोंडिनी कहले, हम जानल चाहऽ तानी कि का आज से पहिले कैंसर के इलाज होत रहे ? अगर एह तरे के कवनो प्रयास भइल बा, तऽ कब आ कवना तरे ओकरा के अंजाम दिहल गइल। कैंसर कतना पुरानी बीमारी बा ? आ प्राचीन समय में लोग एह बीमारी के मुकाबला कइसे करत रहे ? न्यूजवीक के अनुसार, जवना खोपड़ियन पs रिसर्च कइल गइल, उऽ कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के डकवर्थ म्यूजियम में राखल गइल बा। पहिला खोपड़ी 2687 आ 2345 ईसा पूर्व के बीच के बा। ई एगो 30 से 35 साल के पुरुष के बा आ दूसरका खोपड़ी 663 आ 343 ईसा पूर्व के बीच के बा। ई 50 साल से अधिक उम्र के महिला के बा।