बियाह के 5 दिन बाद दुल्हिन अपना पति पs आरोप लगवलस! भर पंचायत में अपमानित, दूल्हा उठा लेलख भयावह कदम
तीन महीना पहिले युवक के बियाह चंपानगर के एगो लईकी से भईल रहे। बियाह के एक सप्ताह बाद दुल्हिन अपना पति के नपुंसक बतावत अपना माता-पिता के घरे चल गइल।
भागलपुर जिला से एगो हैरानी के मामला सोझा आइल बा। नाथनगर के वार्ड 3 नरगा के एगो युवक के पत्नी बियाह के मात्र 5 दिन बाद ओकरा के नपुंसक बतावत छोड़ देलख। एह घटना से परेशान युवक आत्महत्या करे के कोशिश कइलस, हालांकि अस्पताल ले जाके समय पs बचावल गइल।
पूरा बात का बा
तीन महीना पहिले युवक के बियाह चंपानगर के एगो लईकी से भइल रहे। बियाह के एक सप्ताह बाद दुल्हिन अपना पति के नपुंसक बतावत अपना माता-पिता के घरे चल गइल। लईकी के परिवार लईका के डॉक्टर से इलाज करावे के कहले, बाकी बाद में लईकी के मनावे के बाद ऊ लईकी के वापस ओकरा पति के लगे भेज देले। लवटला के बाद भी लईकी रोज अपना पति के ताना मारत रहे। जब मामला बिगड़ल तs 7 जून अवुरी 22 जून के पंचायत में फैसला लिहल गइल।
पंचायत के फैसला
पंचायत लईकी के पक्ष में फैसला देत कहलस कि नपुंसकता के सबसे बड़ सबूत पत्नी के बयान बा। पंचायत तय कइलस कि पत्नी अपना पति के संगे ना रहीहे aa दहेज के रूप में मिलल पईसा आ सामान पति के वापस करे के होई। युवक निहोरा कइलस कि डॉक्टर से इलाज करावे के मौका दिहल जाए, बाकी पंचायत ओकर बात ना सुनलस आ अपना फैसला पs अडिग रहल।
मेडिकल रिपोर्ट में कमजोरी के खुलासा
युवक के इलाज शहर के एगो प्रतिष्ठित डॉक्टर से करावल गइल, जवना में रिपोर्ट के मुताबिक युवक के कमजोरी बा ना की नपुंसक। युवक पंचायत सदस्यन के ई रिपोर्ट देखवलस, बाकी ऊ लोग एकरा के माने से मना कs देले। पंचायत कहलस कि पत्नी के बयान सबसे बड़ सबूत बा आ रिपोर्ट के झूठा बतावत युवक से ए फैसला के ओ हिसाब से स्वीकार करे के कहलस।
एह सामाजिक ताना से तंग आके युवक जहरीला दवाई पी लिहलस। परिवार के लोग समय से अस्पताल ले गइले आ जान बचा लेले। फिलहाल युवक के मायागंज अस्पताल में इलाज चलता। एह मामिला में समाज में व्याप्त गलतफहमी आ पंचायत व्यवस्था के असंगति के उजागर कइल गइल बा।