टेक्नोलॉजी
खेल | कब्बड्डीक्रिकेटफुटबॉलबैडमिंटनहॉकी
मनोरंजन | सीरियलसिनेमासंगीतशार्ट स्टोरीजवेब सीरीजवीडियोडॉक्यूमेंट्री
राजनीतिविविध
व्यापार | अर्थव्यवस्थाउधारडिजिटल मुद्रानिवेशपूंजीरियल एस्टेटशेयर बाजार
शासन-प्रशासन | अपराधकानूनदुर्घटनासामाजिक योजना
शिक्षा
लाइफस्टाइल | आयुर्वेदखानपानसेहतव्यायामरोग एवं उपचारयोगब्यूटी टिप्सघरेलू उपचार
फोटो स्टोरीपर्यटन स्थल
धरम-करम | राशिफलमान्यतात्यौहारतीर्थ स्थलअंधविश्वास
देस-बिदेस
साहित्य | उपन्यासकविताकहानी
स्पेशल स्टोरीबड़ी खबरें
Advertisement

जेपी विश्विद्यालय में आध्यात्मिक विज्ञान के कोर्स चालू होई : अगिला सत्र से हिन्दू अध्ययन के तहत सुरू होई कइयन गो पाठ्यक्रम

09:46 PM Apr 01, 2024 IST | khabar Bhojpuri Desk
Advertisement

जय प्रकाश विश्वविद्यालय में लगातार नया-नया कोर्स लागू कइल जा रहल बा। आध्यात्मिक विज्ञान आ हिन्दू अध्ययन खातिर तइयारी तेज कs दिहल गइल बा। अब जल्दिये जेपी विश्वविद्यालय में हिन्दू अध्ययन आ आध्यात्मिक विज्ञान केंद्र खोलल जाई। नवहन के अपना के सनातन से जोड़े आ आध्यात्मिक विज्ञान पs ज्ञानोपार्जन खातिर ई कोर्स कारगर साबित होई।

Advertisement

यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर प्रमेंद्र कुमार बाजपेयी बतवलें कि बीतल दिनन में राज्यपाल के संगे भइल सिंडीकेट के बैठक में हिन्दू अध्ययन केंद्र के स्थापना पs चरचा भइल बा। कुलपति बतवलें कि नवहन के वैदिक संस्कृति से जोड़े खातिर केंद्र खोलल जा रहल बा। हिन्दू अध्ययन केंद्र आ विज्ञान केंद्र से हिन्दू रीति रिवाज, सनातन परंपरा आ वेदन के सरल भाषा में पढ़े आ समझे के छात्रन के अवसर मिली।

आगे जानकारी देत ऊ बतवलें कि एकर प्रस्ताव सरकार के भेजल जा चुकल बा। ई सर्टिफिकेट कोर्स होई। एक साल के अवधि में दु सेमेस्टर के परीक्षा देवे के होई। ग्रेजुएशन के बाद एमे प्रवेश लिहल जा सकी।

हिन्दू अध्ययन केंद्र के पाठ्यक्रम में चारो वेद, उपनिषद, भागवत गीता, रामायण आ महाभारत जइसन धर्मग्रंथ के संगे-संगे हिन्दू दर्शन, धर्मशास्त्र, पौराणिक कथा, नैतिकता आ अनुष्ठान प्रथा आदि सामिल रही।

यूनिवर्सिटी के पीआरओ प्रो. हरिशचंद बतवलें कि भारत के समृद्ध आध्यात्मिक विरासत के संजो के रखे के उद्देश्य से एह पाठ्यक्रम के सुरुआत विश्विद्यालय में कइल जा रहल बा। एमे स्नातक के बाद इच्छुक विद्यार्थी नामांकन ले सकत बा। नया सत्र 2025 से प्रवेश सुरू होई। जवना खातिर विश्वविद्यालय प्रबंधन कावर से तइयारी सुरू कs दिहल गइल बा।

साभार : दैनिक भास्कर

Tags :
Bhojpuri Newseducation newsJP UniversityNew Programsaran newsSpiritual Course To be started soon
Advertisement
Next Article