Eclipse 2024: होली पs चंद्रग्रहण आ अप्रैल में लागी पूर्ण सूर्य ग्रहण, जानीं समय आ सूतक से जुड़ल जानकारी
भारत में ग्रहण 2024 : साल 2024 के पहिला चंद्रग्रहण होली के दिन होखे वाला बा। पहिला सूर्यग्रहण (पहिला सूर्य ग्रहण 2024) अप्रैल महीना में 15 दिन बाद होई। 24 मार्च के होलिका दहन होखी आ अगिला दिने रंग के होली खेलल जाई। चंद्रग्रहण हमेशा पूर्णिमा के दिन होला आ सूर्यग्रहण हमेशा अमावस्या के दिन होला।
पूर्णिमा तिथि 24 मार्च के सबेरे 09:55 बजे से सुरू होखी आ अगिला दिने 25 मार्च के रात 12:29 बजे ले चली। एह दिन यानी 25 मार्च के चंद्रग्रहण होई। चैत्र अमावस्या 8 अप्रैल के सबेरे 03:21 बजे से सुरू होखी आ 8 अप्रैल के रात 11:50 बजे खतम होखी। 8 अप्रैल के अमावस्या के दिन भी सूर्यग्रहण होई। आईं हमनी के चंद्रग्रहण आ सूर्यग्रहण से जुड़ल महत्वपूर्ण जानकारी बताईं जा।
अबकी बेर सूर्यग्रहण बहुत खास बा, समय पs ध्यान दीं
8 अप्रैल के होखे वाला सूर्यग्रहण के भी बहुत खास मानल जाला। चंद्रमा के सबसे नजदीक होखला के चलते इs 50 साल में सबसे लंबा कुल सूर्यग्रहण होई। ई सूर्यग्रहण लगभग 7.5 मिनट ले चली। एह दौरान सूर्य आकाश में ना लउकी, खाली ओकर कोरोना लउकी। अइसना में ग्रहण के इलाका में मौजूद लोग पृथ्वी के लगे मौजूद बृहस्पति आ शुक्र ग्रह के साथे धूमकेतु के सीधे देख पाई। साल के पहिला सूर्यग्रहण भारतीय समय के हिसाब से रात के करीब 09:12 बजे से सुरू होई अवुरी रात के 01:20 बजे ग्रहण खतम होई। अइसना में भारत में ई ग्रहण ना लउकी।
चंद्रग्रहण आ सूर्यग्रहण कहाँ देखे के मिली?
25 मार्च के चंद्रग्रहण उत्तर आ पूर्वी एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, उत्तर आ दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, आर्कटिका आ आर्कटिका के कई गो हिस्सा में लउकी। भारत में ना लउकी। सूर्यग्रहण अमेरिका, मैक्सिको आ कनाडा के कुछ इलाका में लउकी। एह सूर्यग्रहण के दौरान दिन में लोग के रात निहन नजारा देखाई दिही। नासा के मुताबिक इs सूर्यग्रहण सबसे पहिले मैक्सिको के प्रशांत तट पs सबेरे 11:07 बजे देखाई दिही। ई ग्रहण अमेरिका के 13 गो राज्यन में कुल सूर्यग्रहण के रूप में लउकी। उत्तरी अमेरिका में आंशिक सूर्यग्रहण लउकत बा।
सुतक अवधि कवना समय से सुरू होई?
सूतक अवधि चंद्रग्रहण से 9 घंटा पहिले आ सूर्यग्रहण से लगभग 12 घंटा पहिले सुरू होला। लेकिन अबकी बेर भारत में चंद्रग्रहण अवुरी सूर्यग्रहण दुनो ना देखाई दिही। अयीसना में भारत में सूतक के नियम भी लागू ना होई। बता दीं कि सूतक के नकारात्मक समय मानल जाला। एह दौरान पूजा समेत कई तरह के काम पएस रोक लगावल गइल बा।