एसबीआई के एह योजना में निवेश करे खातिर महज 11 दिन बाचल बा, रउरा के दोसर मौका ना मिली, बेहतरीन रिटर्न आ लोन के सुविधा भी मिली ।
ए योजना खाती आप एसबीआई शाखा, इंटरनेट बैंकिंग चाहे योनो ऐप के माध्यम से आवेदन क सकतानी। एसबीआई के ए योजना के तहत निवेशक के भी लोन मिल सकता।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के विशेष टर्म डिपॉजिट योजना अमृत कलश में निवेश करे खातिर आज से महज 11 दिन बाचल बा । बैंक एकरा के खास तौर प डिजाइन क के पेश कईले बा। एह योजना में निवेश कइला से बहुते फायदा होला । जदी रउरा भी एह योजना में रुचि बा त ई रउरा खातिर निवेश के बेहतर मौका हो सकेला । बेहतरीन रिटर्न के संगे-संगे जरूरत पड़ला प ए योजना के तहत लोनो ले सकतानी। एह योजना के तहत 400 दिन तक पईसा जमा करे के पड़ेला। एकरा के अईसने समझी, अमृत कलश जमा योजना एगो विशेष कार्यकाल एफडी ह जवन 400 दिन के कार्यकाल के संगे पेश कईल जाला।
केतना ब्याज मिलेला?
एसबीआई अमृत कलश जमा योजना में सामान्य निवेशक के ब्याज दर सालाना 7.10 प्रतिशत बा। सीनियर सिटीजन के सालाना 7.60 प्रतिशत के आधार प ब्याज के पेशकश कईल जाता। हमनी के इहाँ बतावत बानी जा कि समान कार्यकाल (1 साल से 2 साल से कम) के अन्य एफडी प ब्याज दर 6.80% सालाना बा। ए योजना खाती आप एसबीआई शाखा, इंटरनेट बैंकिंग चाहे योनो ऐप के माध्यम से आवेदन क सकतानी।
एसबीआई के ए योजना के तहत निवेशक के भी लोन मिल सकता। एसबीआई के वेबसाइट के मुताबिक, जदी रउवा जमा पईसा मैच्योरिटी से पहिले यानी 400 दिन से पहिले निकाल लेनी त ओकरा प शुल्क देवे के होई।
रउआ अधिकतम ₹ 2 करोड़ तक जमा कर सकेनी
भारतीय स्टेट बैंक के ए अमृत कलश योजना के तहत रउवा अधिकतम 2 करोड़ रुपया के निवेश क सकतानी। एह एफडी योजना में घरेलू आ प्रवासी भारतीय दुनु निवेश कर सकेलें. भारतीय स्टेट बैंक के अमृत कलश योजना के अप्रैल 2023 में फेर से शुरू कईल गईल रहे। आयकर नियम के मुताबिक एकरा में टीडीएस भी लागू बा।
ऑनलाइन आवेदन कईसे कईल जाला :
• सबसे पहिले एसबीआई नेट बैंकिंग भा योनो एसबीआई ऐप में लॉग इन करीं।
• अब Deposit & Investment सेक्शन में जाके Fixed Deposit (e-TDR/E-STDR) विकल्प चुनी।
• आपन मनचाहा जमा पईसा डाल के एफडी बनावे खातिर आगे बढ़ीं।
• एकरा बाद 400 दिन के अवधि तय करीं आ जारी राखीं ।
सिस्टम खुद उमिर के हिसाब से ब्याज दर लागू करी। अगर रउरा एसबीआई के कर्मचारी बानी त रउरा एक फीसदी अधिका ब्याज मिली ।